पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. भारत इस कायराना हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है. इस बीच भारत की संभावित कार्रवाई से डरे पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने शुक्रवार को नियंत्रण रेखा (LoC) का दौरा किया और तैयारियों की स्थिति की समीक्षा की. बाजवा ने सैनिकों से किसी भी घटना का सामना करने के लिए तैयार रहने के लिए कहा. बता दें कि पुलवामा हमले के बाद LOC पर पाक सेना प्रमुख की पहली यात्रा थी. बाजवा ने यहां पहुंचकर एक बार फिर भारत के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की गीदड़ भभकी दी.
जनरल कमर बाजवा ने एलओसी पर तैनात पाकिस्तानी सैनिकों के साथ बातचीत की और उन्हें संबोधित भी किया. उन्होंने सैनिकों से कहा, 'पाकिस्तान एक शांतिप्रिय देश है और यह भयभीत या मजबूर नहीं होगा. किसी भी आक्रामकता या दुस्साहस का भुगतान उसी तरीके से दिया जाएगा.' बाजवा ने कहा कि अगर भारत कोई भी आक्रामक सैन्य कदम उठाता है तो उसका अप्रत्याशित जवाब दिया जाएगा. बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी कह चुके हैं कि अगर भारत कोई भी कार्रवाई करता है तो हम जवाब देंगे. यह भी पढ़ें- पुलवामा अटैक: भारत के पानी रोकने पर पाकिस्तान का जवाब, कहा- हमें इसकी चिंता नहीं
COAS visited Line of Control. Reviewed state of preparedness. Lauded high moral of troops.
“Pakistan is a peace loving country but we will not be intimidated or coerced. Any aggression or misadventure shall be paid back in same coin”, COAS. pic.twitter.com/RUpdCzxWeI
— Maj Gen Asif Ghafoor (@OfficialDGISPR) February 22, 2019
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा, 'हम युद्ध की तैयारी नहीं कर रहे हैं. भारत की ओर से युद्ध की धमकी दी जा रही है. हम युद्ध शुरू करने की तैयारी नहीं कर रहे हैं, लेकिन हमें आपकी तरफ से युद्ध के खतरों का जवाब देने का अधिकार है.'
गौरतलब है कि पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है. भारत लगातार पाकिस्तान से बदले की बात कर रहा है. वहीं पाकिस्तान के तरफ से भी यह कहा गया है कि भारत अगर जंग चाहता है तो पाक भी पीछे नहीं हटेगा. ज्ञात हो कि सेना पर हुए इस इस हमले में भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे. हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. जैश-ए-मोहम्मद का सरगना कुख्यात आतंकी मौलाना मसूद अजहर है.