
श्रीनगर: पहलगाम, जहां लोग वादियों की खूबसूरती देखने आते हैं, वहां मंगलवार को खून की होली खेली गई. आतंकवादियों ने अचानक पर्यटकों के एक समूह पर गोलीबारी कर दी. इस बर्बर हमले में कम से कम 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं. हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस जघन्य हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों की जानकारी देने वालों के लिए 20 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है. पुलिस का कहना है कि किसी भी तरह की सूचना जो आतंकियों की पहचान या ठिकाने तक पहुंचा सके, उसे गुप्त रखा जाएगा और उचित इनाम दिया जाएगा. चार आतंकी इस हमले में शामिल थे, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े बताए जा रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर पुलिस और प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि अगर किसी के पास आतंकियों से जुड़ी कोई भी जानकारी हो तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने या हेल्पलाइन पर संपर्क करें. आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा.
आतंक के खिलाफ बड़े एक्शन की तैयारी
हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई, जो ढाई घंटे से अधिक चली. सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में आतंकियों के खिलाफ बड़े एक्शन की रणनीति तैयार की गई है. गृह मंत्री अमित शाह बैठक के बाद भी पीएम हाउस में मौजूद हैं, जिससे साफ है कि हालात बेहद गंभीर हैं.
CCS बैठक के बाद विदेश मंत्रालय देगा बयान
बताया जा रहा है कि रात 9:15 बजे विदेश मंत्रालय इस हमले को लेकर आधिकारिक जानकारी साझा करेगा. भारत सरकार की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस हमले को लेकर कड़ा संदेश देने की तैयारी है, खासकर जब विदेशी नागरिक भी हमले का शिकार बने हैं.
लश्कर का हाथ, लेकिन क्या ये अकेले थे?
शुरुआती जांच में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकियों के शामिल होने की बात सामने आ रही है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां यह भी जांच रही हैं कि क्या ये आतंकी किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा हैं या स्थानीय मदद भी मिली थी. अब पूरे इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और ड्रोन की मदद से पहाड़ी क्षेत्रों को भी खंगाला जा रहा है.