नई दिल्ली: मणिपर हिंसा के मुद्दे को लेकर संसद में जारी गतिरोध के बीच विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (INDIA) के घटक दल बुधवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देंगे. इससे पहले कांग्रेस ने बुधवार को सुबह 10.30 बजे पार्टी के संसदीय कार्यालय में अपने लोकसभा सांसदों की बैठक बुलाई है. कांग्रेस ने अपने लोकसभा सांसदों को आज संसद में उपस्थित रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप भी जारी किया है. विपक्षी गठबंधन में शामिल दलों के दोनों सदनों के नेता बुधवार सुबह बैठक करके आगे की रणनीति भी तय करेंगे. Parliament Monsoon Session: विपक्ष मणिपुर तो सरकार राजस्थान, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल पर चाहती है चर्चा.
विपक्षी दलों ने बुधवार को लोकसभा में बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है. विपक्षी नेताओं का मानना है कि अविश्वास प्रस्ताव सरकार को मणिपुर (Manipur Violence) पर लंबी चर्चा के लिए मजबूर करेगा और इस दौरान प्रधानमंत्री को जवाबदेह ठहराया जाएगा.
विपक्ष सदन में चाहता है PM का बयान
सूत्रों ने बताया कि मणिपुर के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर संसद के भीतर बयान देने का दबाव बनाने के कई विकल्पों पर विचार करने के बाद यह फैसला किया गया कि अविश्वास प्रस्ताव ही सबसे कारगर रास्ता होगा, जिसके जरिये सरकार को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए विवश किया जा सकेगा.
विपक्ष दोनों सदनों में विपक्ष मणिपुर की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहा है. विपक्ष की मांग है कि मणिपुर मुद्दें पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में खुद बयान दें. वहीं सरकार का कहना है कि वह मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्षी दल एक नियम के तहत चर्चा के लिए दबाव डाल रहे हैं, जिसमें मतदान भी शामिल है. विपक्ष की मांग पर लोकसभा और राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा देखा गया.
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को बताया कि विपक्षी दल बुधवार को सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे. मणिपुर मुद्दे को लेकर यह अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है.