'ऑपरेशन देवी शक्ति' के तहत Afghanistan से भारत पहुंचे 800 से अधिक लोग, आज 180 लोगों को निकाले जाने की उम्मीद
दो दशक बाद अफगानिस्तान पर तालिबान के अप्रत्याशित कब्जे ने देश के लिए उथल-पुथल भरी दूसरी पारी की शुरूआत कर दी है. 15 अगस्त से तालिबान का शासन लौटने के बाद तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए भारत लगातार अफगान से लोगों को निकाल रही है. आज काबुल से 24 भारतीय और 11 नेपाली लोगों के साथ भारतीय वायुसेना की फ्लाइट दिल्ली के लिए उड़ान भर चुकी है.
Operation Devi Shakti: दो दशक बाद अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) के अप्रत्याशित कब्जे ने देश के लिए उथल-पुथल भरी दूसरी पारी की शुरूआत कर दी है. 15 अगस्त से तालिबान का शासन लौटने के बाद तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए भारत लगातार अफगान से लोगों को निकाल रही है. आज काबुल से 24 भारतीय और 11 नेपाली लोगों के साथ भारतीय वायुसेना की फ्लाइट दिल्ली के लिए उड़ान भर चुकी है. अफगानिस्तान का संपर्क दुनिया से काटने को लेकर ब्रिटेन की तालिबान को चेतावनी
भारत अपने मिशन 'ऑपरेशन देवी शक्ति' के तहत अब तक 800 से अधिक लोगों को वापस ला चुका है. जिन लोगों को निकाला जा रहा है उनमें भारतीय और कई अफगान सिख और हिंदू शामिल हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, आज करीब 180 लोगों के सेना के विमान से दिल्ली पहुंचने की संभावना है. दरअसल संकटग्रस्त अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की 31 अगस्त की तय समयसीमा से पहले अपने नागरिकों को निकालने के लिए विभिन्न देश तीव्र कोशिश कर रहे है.
गौरतलब है कि बुधवार को जी-7 के कई नेताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के लिए 31 अगस्त की समयसीमा को बढ़ाने का अनुरोध किया। हालांकि, बाइडन ने कहा कि अमेरिका तय समय पर सैनिकों की वापसी के फैसले पर टिके रहने की कोशिश कर रहा है. अमेरिका और कई अन्य मित्र देशों के साथ समन्वय में भारत निकासी अभियान चला रहा है.
अफगानिस्तान में 15 अगस्त को तालिबान के काबुल में घुसने के बाद, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस्तीफा दे दिया और अपने सहयोगियों के साथ देश छोड़कर भाग गए. तालिबान की बर्बरता के डर से देश से भागने की बेताब कोशिश में, एक सप्ताह से अधिक समय से काबुल हवाईअड्डे के आसपास हजारों अफगान जमा हो गए हैं.