Onion Price: शतक के करीब पहुंची प्याज की कीमत, जानें क्या है दाम में तेजी की वजह और कब मिलेगी राहत
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नई दिल्ली: टमाटर की महंगी कीमत से राहत मिले कुछ महीने ही हुए थे कि अब प्याज महंगाई के आंसू रुलाने के लिए तैयार है. देशभर में अचानक प्याज की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है. एक हफ्ते पहले ही प्याज की कीमत 30 रुपये किलोग्राम तक थी जो अब बढ़कर 80 से 90 रुपये प्रति किलो के भाव पर पहुंच गई है. त्योहारी सीजन के बीच में प्याज की कीमतें बढ़ने से रंग में भंग पड़ सकता है. प्याज की कीमत 150 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंचने का अनुमान है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही प्याज का भाव 100 रुपये के पार चला जाएगा और इसके बाद कीमत 150 तक पहुंच जाएगी. Onion Price Hike: प्याज की बढ़ती कीमत रोकने के लिए सरकार ने उठाया बड़ा कदम, एक्सपोर्ट के लिए MEP तय.

प्याज की कीमत बढ़ने से किचन का बजट बढ़ सकता है. महंगाई के इस अटैक से लोग परेशान हैं. खरीदारों और प्याज विक्रेताओं की मानें तो प्याज की कीमतों में हर दिन 20 रुपये तक का इजाफा हो रहा है. दिल्ली में प्याज 90 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से बिक रहा है. वहीं मुंबई में इसकी कीमत 80 रुपये प्रति किलो है.

आम आदमी परेशान

प्याज की बढ़ती कीमतों से देशभर के लोग परेशान हैं. कीमतों में अचानक आए उछाल के बाद लोगों ने प्याज खरीदना या तो बंद कर दिया है या कम कर दिया है. प्याज की बढ़ती कीमतों पर एक खरीदार का कहना है, "प्याज की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं... दर 80 रुपये प्रति किलो है. यह और 150 रुपये हो सकती है... हम सरकार से कीमतें कम करने का अनुरोध करते हैं."

मुंबई के एक सब्जी विक्रेता सुरेश चौधरी ने कहा, "पहले रेट कम था... जो स्टॉक आ रहा है वह निम्न गुणवत्ता का है... जो खरीदार 2.5 किलो लेते थे वे अब एक किलो ही ले रहे हैं..."

प्याज ने सभी को रूलाया

अभी नहीं मिलेगी राहत

मंडी में थोक विक्रेताओं का कहना है कि अगले 15-20 दिनों तक प्याज की कीमतों में तेजी बनी रहेगी. यानी इस त्योहारी सीजन में प्याज के लिए जेब खूब हल्की करनी पड़ेगी. प्याज के साथ-साथ अन्य सब्जियां भी महंगी हो सकती हैं.

क्या है कारण

प्याज की बढ़ती कीमतों के पीछे की बारिश की असमान्य स्थिति है. कहीं कम तो कहीं बहुत अधिक बारिश होने के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है. प्याज की आवक में लगातार गिरावट हो रही है तो दूसरी ओर इसकी मांग बढ़ रही है. मांग बढ़ने और सप्लाई घटने से दाम में तेजी दिख रही है.