श्रीनगर: संसद हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु (Afzal Guru) की छठी बरसी के मौके पर शनिवार को अलगावादियों (Separatist) द्वारा आहूत बंद की वजह से यहां पूरे क्षेत्र में आम जनजीवन प्रभावित हुआ है. अफजल गुरु को आज ही के दिन वर्ष 2013 में दिल्ली के तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी.
सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक की अगुवाई वाले एक अलगाववादी समूह ज्वाइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप (Joint rigorous leadership) ने बंद का आह्वान करते हुए अफजल गुरु के अवशेष को उसके परिवार को सुपुर्द करने की मांग दोहराई है.
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अधिकारियों ने शुक्रवार को अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक को उसके घर में नजरबंद कर दिया. श्रीनगर और घाटी के अन्य शहरों व कस्बों में सरकारी परिवहन व व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं. श्रीनगर, बारामूला, सोपोर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई है, लेकिन घाटी में कहीं भी लोगों की आवाजाही पर पाबंदी नहीं लगाई गई है.