अब Amazon.in पर नजर आएंगे आयुर्वेद उत्पाद, छोटे व्यवसायी और स्टार्टअप ब्रांडों की होगी चांदी
अमेज़न (Photo Credits: Wikimedia Commons)

नई दिल्ली: अब ‘Amazon.in’ मार्केटप्लेस पर आयुर्वेद उत्पाद भी नजर आएंगे. जी हां, इस संबंध में आयुर्वेद उत्पादों के लिए अमेजन पर समर्पित स्टोरफ्रंट का शुभारंभ किया गया है. यानि अब आयुर्वेद का यह स्टोरफ्रंट छोटे व्यवसायों एवं स्टार्टअप ब्रांडों के विभिन्न प्रकार के जूस, त्वचा की देखभाल की खुराक, इम्यूनिटी बूस्टर, तेल इत्यादि जैसे आयुर्वेद प्रोडक्ट की बिक्री करेगा और उनके उत्पादों की दृश्यता को बढ़ाएगा. इससे इन छोटे व्यवसायियों और स्टार्टअप ब्रांडों को मुनाफा कमाने का मौका भी मिलेगा. Amazon, Flipkart Republic Day sales: गणतंत्र दिवस पर यहां मिल रहा बंपर छूट, देखें शानदार ऑफर और डील्स

‘आयुर्वेद’ भारतीय जीवन-शैली का अंग

प्राचीन काल से ”आयुर्वेद” भारतीय जीवन-शैली का अंग रहा है. इसका जिक्र वेदों, पुराणों में भी मिलता है. अत: एक राष्ट्र के रूप में, हमें आयुष को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए छोटी और बड़ी कंपनियों के साथ-साथ स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है, जो भारत के प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के विजन को पूरा करने की दिशा में एक अगला कदम होगा. यही कारण है कि केंद्र सरकार आयुर्वेद के बारे में लोगों को जागरूक करने पर विशेष फोकस कर रही है. इसी कड़ी में केंद्र सरकार द्वारा ‘Amazon.in’ पर एक स्टोरफ्रंट तैयार किया गया है जो आयुर्वेदिक उत्पादों को ग्राहकों के लिए अधिक सुलभ बनाने के केंद्र सरकार के प्रयासों का ही एक हिस्सा है. इससे ग्राहक तक आयुर्वेद उत्पाद पहुंचाए जा सकेंगे.

Amazon.in पर आयुर्वेद उत्पादों के लिए समर्पित स्टोरफ्रंट का शुभारंभ

केंद्र सरकार के प्रयासों से अमेजन पर समर्पित स्टोरफ्रंट का शुभारंभ किया गया है जो आयुर्वेद उत्पादों की दृश्यता को बढ़ाने में मददगार साबित होगा. इससे इंटरनेट पर इन प्रॉडक्ट की दृश्यता तो बढ़ेगी ही साथ ही ग्राहक घर बैठे ही इन उत्पादों की डिलीवरी करा सकेंगे, यानि एक पंथ दो काज एक साथ.

कोविड के समय में स्टोरफ्रंट बेहद लाभकारी

गौरतलब हो, कोविड-19 के लिए आयुर्वेद, सिद्ध, होम्योपैथी दवाओं को वैज्ञानिक रूप से तैयार करना जितना महत्वपूर्ण है, जनता तक उन्हें पहुंचाने के लिए इन उत्पादों का एक मजबूत विपणन नेटवर्क स्थापित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है. ऐसे में यह स्टोरफ्रंट ग्राहक और विक्रेता दोनों के लिए लाभकारी तो है ही साथ ही साथ सामाजिक सुरक्षा के लिए भी अहम है.

बाजार जाने का रिस्क भी होगा खत्म

जी हां, आयुर्वेद के जिन प्रोडक्ट को लेकर आपको इनके स्टोर की तलाश में बाजार में निकलते पड़ता था, अब वो रिस्क बिलकुल भी नहीं उठाना पड़ेगा. दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए ही यह उचित फैसला लिया गया है. ऑर्डर करने पर ग्राहक तक अब उसकी जरूरत का आयुर्वेद उत्पाद स्वयं घर चलकर आ जाएगा.

छोटे व्यवसायों एवं स्टार्टअप ब्रांडों के लिए फायदेमंद

‘Amazon.in’ पर यह स्टोरफ्रंट छोटे व्यवसायों एवं स्टार्टअप ब्रांडों के विभिन्न प्रकार के जूस, त्वचा की देखभाल की खुराक, इम्यूनिटी बूस्टर, तेल इत्यादि जैसे आयुर्वेद प्रोडक्ट्स की दृश्यता को बढ़ाएगा. इससे इन छोटे व्यवसायियों और स्टार्टअप ब्रांडों को मुनाफा कमाने का मौका भी मिलेगा.

खरीदारी को बना देगा आसान

यह खरीदारी को पहले से और भी आसान बना देगा, क्योंकि उत्पाद के चयन के दर्द से छुटकारा, इम्यूनिटी बूस्टर, रक्त शोधक, महिलाओं के स्वास्थ्य, वजन नियंत्रण, मानसिक कल्याण आदि जैसे विशेष क्षेत्रों और स्वास्थ्य लाभ के अनुसार इन्हें स्टोरफ्रंट में प्रस्तुत किया गया है. इससे ग्राहक को इनका चयन करने में भी आसानी होगी.

उत्पादों की डिलीवरी में भी सहायक

अमेजन अपने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से उत्पादों की डिलीवरी सुनिश्चित करके आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाने में काफी सहायक रहा है, चाहे वह च्यवनप्राश, आयुष काढ़ा, या आयुष-64 हो.

कोविड से बचाव के लिए भी दवा उपलब्ध

आयुष मंत्रालय लोगों को कोविड से बचाने के लिए अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा विकसित आयु-रक्षा किट, बाला-रक्षा किट और स्वास्थ्य रक्षा किट को भी बढ़ावा दे रहा है. ये किट समशामणि वटी, अनु तैला, आयुष क्वाथ और च्यवनप्राश जैसी 3-4 आयुर्वेद दवाओं का कॉम्बो-पैक हैं. इन किटों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिए अमेजॉन द्वारा जनता के लिए उपलब्ध कराया जा सकता है.

गौरतलब हो, आयुष बाजार का आकार वर्ष 2014 में 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 18 बिलियन अमरीकी डॉलर कर दिया गया है और केंद्र सरकार द्वारा आयुष बाजार को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास जारी है. ऐसे में हमें भी आयुष विनिर्माण उत्पादों का अधिकतम लाभ उठाना चाहिए.