कोरोना वायरस का प्रकोप: जमात का मरकज कराया गया खाली, बसों में बैठाकर अस्पताल भेजे जा रहे हैं COVID-19 के संदिग्ध
बसों में बिठाकर ले जाया जा रहा है. ( फोटो क्रेडिट- ANI)

कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है, कंट्रोल करने की सभी कोशिशें राज्य और केंद्र सरकार द्वारा की जा रही हैं. इसी बीच देश की राजधानी में उस वक्त हड़कंप मच गया. जब दिल्ली के निजामुद्दीन (Nizammudin area) स्थित तबलीगी जमात के मरकज ( Markaz) में शामिल होने आए दो सौ लोगों को कोरोना वायरस की जांच के लिए राज्य के अलग-अलग हॉस्पिटल में ले जाया गया है. जहां उनकी जांच की जा रही है. वहीं इस आयोजन में बड़ी संख्या में विदेशी भी शामिल थे, जिसमें इंडोनेशिया और मलेशिया से आए लोगों की संख्या अधिक थी. मरकज में शामिल लोगों को डीटीसी की बसों में बिठाकर दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में भेजा जा रहा है. जहां उनकी जांच की जा रही है. वहीं रिपोर्ट के मुताबिक सूबे के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जमात की अगुवाई करने वाले मौलाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है.

बता दें कि कुल 174 ऐसे लोग जिनकी COVID19 से ग्रस्त होने की संभावना है उनको लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें 163 मरीज निजामुद्दीन से हैं. कल 85 नए मामले सामने आए जबकि 34 को भर्ती कराया गया. वहीं हैरान कर देने वाली खबर यह भी सामने आई है कि तेलंगाना में उन छह लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 13 मार्च से 15 मार्च के बीच धार्मिक सभा में भाग लिया था.

ANI का ट्वीट:- 

गौरतलब हो कि रविवार से पहले दिल्ली में कोरोनावायरस से संक्रमण के कारण अधिकतम प्रतिदिन 3 से 4 नए रोगी ही सामने आ रहे थे. लेकिन सोमवार को कोरोना वायरस के 25 नए मामले सामने आए हैं. तेजी से सामने आए इन नए मामलों के साथ ही दिल्ली में कोरोना के कुल 97 रोगी सामने आ चुके हैं. वहीं निजामुद्दीन के मामले में इजाफा होता है तो आने वाला समय दिल्ली के लिए बेहद चुनौती भरा हो जाएगा.