पटना, 5 अक्टूबर : पटना उच्च न्यायालय द्वारा बिहार में इसी महीने होने वाले नगर निकाय चुनाव में अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण पर रोक लगा देने के फैसले को लेकर बुधवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी ने नीतीश सरकार पर जोरदार निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश से स्पष्ट हो गया कि नीतीश सरकार अन्य अति पिछड़ों के साथ धोखा किया है. पटना प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में चौधरी ने साफ शब्दों में कहा कि इस महीने होने वाले चुनाव पर रोक लगाए जाने के लिए सिर्फ नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं.
उन्होंने इसे आर्थिक और सामाजिक खिलवाड़ बताते हुए कहा कि इसके खिलाफ भाजपा गुरुवार को सभी जिला मुख्यालयों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला जलाएगी. उन्होंने इस स्थिति के लिए नीतीश कुमार की जिद को जिम्मेदार बताते हुए सवाल करते हुए कहा कि राज्य नीतीश की जिद से चलेगी या बिहार के लोगों के हित के लिए चलेगी. विधान परिषद में विपक्ष के नेता चौधरी ने कहा कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का पालन करते हुए आयोग का गठन किया और फिर चुनाव कराए गए. लेकिन, नीतीश कुमार ने संवेदनहीन बनकर सर्वोच्च अदालत के आदेश का पालन नहीं किया. यह भी पढ़ें : झारखंड की असुर जनजाति महिषासुर की करती है पूजा, दशहरा होता शोक का दिन
चौधरी ने नीतीश के खिलाफ अदालत की अवमानना का भी मामला चलाने की बात कही. उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग पर दबाव डालकर ऐसा करवाया गया है. यही कारण हैं कि उच्च न्यायालय ने भी निर्वाचन आयोग को स्वतंत्र रूप से काम करने की सलाह दी है. विधान पार्षद चौधरी ने राजद को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राजद को इस मामले में बोलने का कोई हक नहीं है. उन्होंने राजद को किसी भी आरक्षण के लिए विरोधी बताते हुए सवाल करते हुए कहा कि राजद को बताना चाहिए कि 15 साल में राजद ने किसे आरक्षण दिया ?