पीएनबी घोटाला: नीरव मोदी को बड़ा झटका, स्विट्जरलैंड में सीज हुए बैंक खाते
48 वर्षीय हीरा कारोबारी करोड़ो रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले के संबंध में भारत में वांछित है. नीरव मोदी को 19 मार्च को होलबोर्न से गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद से वह प्रत्यर्पण की कार्यवाही का सामना कर रहा है. नीरव मोदी की जमानत याचिका लंदन के रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने बुधवार को खारिज कर दी.
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को करीब 13 हजार करोड़ रुपये के कर्ज का चूना लगाकर फरार हुए डायमंड कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) और पूर्वी मोदी (Purvi Modi ) के अकाउंट को स्विट्जरलैंड में सीज कर दिया गया है. खबरों के मुताबिक कुल चार अकाउंट हैं जिन्हें सीज किया गया है. भारत में भी नीरव मोदी और उसके परिवार की करीब 700 करोड़ रुपये की संपत्ति अभी तक अटैच कर चुकी है. नीरव व मेहुल चोकसी जनवरी 2018 में घोटाले का खुलासा होने से पहले भारत से भाग निकले थे.
बता दें कि 48 वर्षीय हीरा कारोबारी करोड़ो रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले के संबंध में भारत में वांछित है. नीरव मोदी को 19 मार्च को होलबोर्न से गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद से वह प्रत्यर्पण की कार्यवाही का सामना कर रहा है. नीरव मोदी (Nirav Modi) की जमानत याचिका लंदन के रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस (Royal Courts of Justice) ने बुधवार को खारिज कर दी. यह नीरव मोदी की ब्रिटेन की अदालत (UK Court) में चौथी जमानत याचिका थी जिसे अस्वीकार कर दिया गया है.
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गोरतलब हो कि पीएनबी ने आरोप लगाया है कि नीरव मोदी व उसके संबंधी मेहुल चोकसी ने कुछ बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की. इसके बाद से केंद्रीय जांच ब्यूरो व प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मोदी व चोकसी की जांच कर रहे हैं.
नीरव ने धोखाधड़ी से पीएनबी से लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) और फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट (एफएलसी) के जरिए 13,500 करोड़ रुपए प्राप्त किए थे. साल 2018 में पीएनबी घोटाला सामने आने से कुछ महीने पहले भारत से फरार हो गया था. जिसके बाद इंटरपोल ने ईडी और सीबीआई के आग्रह पर जुलाई 2018 में नीरव के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था.