केरल की नर्स लिनी पुथुस्सेरी को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने किया याद, निपाह वायरस पीड़ितों की सेवा करते हुए तोड़ा था दम
लिनि सजीश केरल स्थित कोझीकोड के सरकारी अस्पताल में नर्स थी. जहां निपाह वायरस के मरीजों का इलाज किया जा रहा था. लिनि ने अपने जीवन की परवाह किए बिना निपाह वायरस से ग्रस्त रोगी की सेवा व उपचार किया और इस दौरान स्वयं उनकी मृत्यु हो गई.
तिरुवनंतपुरम: केरल (Kerala) के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने गुरुवार को निपाह वायरस (Nipah Virus) पीड़ितों की सेवा करते हुए जान गंवाने वाली नर्स लिनी सजीश पुथुस्सेरी (Lini Puthuserry) को याद किया. बहादुर नर्स लिनी की जान साल 2018 में निपाह वायरस के प्रकोप के दौरान ड्यूटी करते वक्त चली गई थी. उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पिछले साल दिसंबर महीने में मरणोपरांत राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगल अवार्ड से सम्मानित किया था.
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ट्वीट कर कहा कि आज हम बहादुर नर्स लिनी को याद करते हैं, जिसने 2018 के निपाह प्रकोप के दौरान अपना जीवन कर्तव्य का पालन करने के दौरान खो दिया था. उनके जैसी लोगों की निस्वार्थ सेवा मानवता की रक्षा कवच की तरह है. ऐसा न हो कि हम उन्हें भूल जाएं. Fact Check: क्या निपाह वायरस को लेकर कई शहरों में हाई अलर्ट घोषित, जानें इस व्हाट्सएप पोस्ट की सच्चाई
लिनि सजीश केरल स्थित कोझीकोड के सरकारी अस्पताल में नर्स थी. जहां निपाह वायरस के मरीजों का इलाज किया जा रहा था. लिनि ने अपने जीवन की परवाह किए बिना निपाह वायरस से ग्रस्त रोगी की सेवा व उपचार किया और इस दौरान स्वयं उनकी मृत्यु हो गई. केरल में फिर सामने आया निपाह वायरस का मामला, स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने युवक की जांच रिपोर्ट में की पुष्टि
गौरतलब है कि निपाह वायरस मुख्यत चमगादड़ के संपर्क में आने अथवा चमगादड़ के झूठे फल आदि खाने से होता है. इस वायरस का कोई सटीक उपचार अभी तक नहीं खोजा जा सका है. यह जानते हुए भी नर्स लिनि ने इस रोग से ग्रस्त रोगी की सेवा व उपचार किया. उनके अलावा दो और नर्स भी इस घातक वायरस की चपेट में आई थी, लेकिन वे स्वास्थ्य हो गई.