J&K Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में एक बस पर हुए आतंकवादी हमले के बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार दोपहर एक समीक्षा बैठक बुलाई है. अधिकारियों ने बताया कि बैठक जम्मू स्थित राजभवन में दोपहर 12 बजे होगी. इसमें सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की जाएगी. सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और खुफिया एजेंसियों के आला अधिकारी बैठक में मौजूद रहेंगे. इस बीच रियासी जिले के पोनी इलाके के तेरयाथ गांव में रविवार को तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हमला करने वाले आतंकवादियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है. हमले के बाद बस खाई में गिर गई थी.
घटना में 10 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हो गए. रियासी की एसएसपी मोहिता शर्मा ने आज बताया कि आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी के बाद बस का चालक नियंत्रण खो बैठा जिससे बस खाई में गिर गई. हमला उस समय हुआ जब बस शिवखोड़ी मंदिर से कटरा शहर लौट रही थी. स्थानीय लोगों की मदद से सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया. अधिकारियों ने कहा, “कल (रविवार) रात 8.10 बजे तक बचाव अभियान पूरा हो गया. घायलों को रियासी और जम्मू शहर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया. तीर्थयात्रियों की पहचान की जा रही है, क्योंकि वे सभी जम्मू-कश्मीर के बाहर के हैं. यह भी पढ़ें:- J&K Terror Attack: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रियासी में तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकी हमले की घटना पर जताया दुख, सेना का सर्च ऑपरेशन जारी- VIDEO
“घटनास्थल पर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ का संयुक्त मुख्यालय स्थापित किया गया है और हमलावरों को पकड़ने के लिए बहुआयामी अभियान चलाया जा रहा है. माना जा रहा है कि इस कायराना हमले में शामिल आतंकवादी राजौरी, रियासी और पुंछ के ऊपरी इलाकों में छिपे हुए हैं.” उपराज्यपाल ने अपने एक्स-पोस्ट बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने "स्थिति का जायजा लिया है और मुझे लगातार स्थिति पर नज़र रखने को कहा है. इस जघन्य कृत्य के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें जल्द ही सजा दी जाएगी". केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी रियासी में जमीनी हालात पर अपडेट जारी किया. एक्स पर एक पोस्ट उन्होंने कहा कि स्थानीय जम्मू-कश्मीर प्रशासन घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि तीर्थयात्रियों पर इस हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.