अब छोटी बच्चियों और महिलाओं का देश में नहीं होगा रेप? बाजार में आई सुपर संस्कारी साड़ी
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Wikimedia Commons)

देश की राजधानी नई दिल्ली (New Delhi) के समीप गुरुग्राम (Gurugram) में कुछ दिनों पहले एक महिला ने कैमरे के सामने कुछ लड़कियों को उनके छोटे-छोटे कपड़े पहने पर इस कदर बिखर गई की उसने यहां तक बोल डाला कि 'तुम लोगों का तो रेप हो जाना चाहिए.' इसके बाद पूरे देश में लड़कियों के कपड़ों और लोगों की ओछी मानसिकता को लेकर बहस छिड़ गई. ताज्जुब तब हुआ जब उस महिला का समर्थन करने वाले लोग भी सामने आने लगे. उनका कहना था कि छोटे और शरीर दिखाने वाले कपड़ों के कारण रेप की घटनाएं अधिकत्तर होती है.

लोगों की ऐसी ही मानसिकता पर कड़ा प्रहार करते हुए कुछ युवाओं के समूह ने 'सुपर संस्कारी साड़ी' पेश की है. अमेरिका स्थित बोस्टन में रहने वाली लेखिका तनवी टंडन अहम मुद्दों पर व्यंग्य करने वाली एक वेबसाइट की सह-संस्थापक हैं. यह वेबसाइट महिला सुरक्षा और उनके पहनावे से जुड़े नियमों व नजरिये पर तीखे व्यंग्य करती है.

यह भी पढ़ें- दिल्ली वाली आंटी के वीडियो पर नोरा फतेही ने किया ऐसा कमेंट, सोशल मीडिया पर हो गईं ट्रोल

लेखिका तनवी टंडन (Tanvi Tandon) ने कहा कि उन्होंने जब से गुरुग्राम वाली आंटी के वीडियो देखे हैं तब से वह सोचने पर मजबूर हो गई हैं. वीडियो देखने के बाद उन्होंने निर्णय लिया कि इस समस्या पर वह और उनकी टीम व्यंग्य के जरिये इस गंभीर मुद्दे पर बात कर सकते हैं.

वेबसाइट पर प्रोडक्ट के बारे में दी गई जानकारी में बताया गया है कि सुपर संस्कारी साड़ी एंटी-रेप तकनीक से बनाई गई है. साथ ही यह साड़ी कुछ भारतीयों की सोच को ध्यान में रखकर कुछ ऐसे बनाई गई है कि महिलाएं इसे पहनते ही अदृश्य हो जाएंगी. यह अति संस्कारी पहनावा आपको वहसी नजरों से बचाकर रखेगा, क्योंकि उन्हें आपके शरीर का कोई हिस्सा दिखाई ही नहीं देगा. जब दरिंदों को आपका कोई अंग दिखेगा ही नहीं तो आपका रेप भी नहीं होगा.

टंडन ने बताया कि इस की कीमत 500 रुपये रखी गई है. वहीं, एक साड़ी का नाम 'आइटम नंबर साड़ी' रखा गया है. इसकी कीमत 100 रुपये है. 'सन-स्कारी बीच वियर साड़ी' की कीमत 200 रुपये रखी गई है. वहीं, बिकनी की जगह बिकी-नहीं नाम से कपड़े हैं. आंटी जी के लिए 50 रुपये कीमत वाली 'लॉन्जवियर साड़ी' पेश की है. वहीं, 1000 रुपये कीमत वाली 'अच्छी बच्ची' साड़ी के जरिये छोटी-छोटी बच्चियों से हो रही दरिंदगी पर तीखा प्रहार किया है.