NEET Aspirant Found Dead: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (National Eligibility cum Entrance Test) यानी नीट 2020 (NEET 2020) की परीक्षा में शामिल होने वाले एक 19 वर्षीय छात्र की मौत की खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि तमिलनाडु (Tamil Nadu) के अरियालुर जिले (Ariyalur district) में नीट परीक्षा (NEET Exam) में शामिल होने से पहले एक छात्र ने खुदकुशी कर ली है, जिसकी पहचान विग्नेश के रूप में हुई है. आत्महत्या करने वाले छात्र के पिता विश्वनाथन की मानें तो 13 सितंबर को होने वाली नीट परीक्षा को लेकर वह काफी तनाव में था. उन्होंने एग्जाम एंजायटी को उसकी मौत का जिम्मेदार बताया है. इस घटना के बाद राजनीतिक पार्टियों ने एक बार फिर से नीट परीक्षा को रद्द करने की मांग दोहराई है. इस मामले की तफ्तीश कर रही पुलिस का कहना है कि विग्नेश पहले भी दो बार नीट परीक्षा में शामिल हो चुका था और इस बार वह परीक्षा में शामिल होकर अपने मार्क्स में सुधार करना चाहता था.
मृतक के पिता का कहना है कि मंगलवार को हम अपने बेटे को नए कपड़े खरीदने के लिए बाहर ले गए थे और शाम को करीब 5.30 बजे हम उसे मंदिर ले गए. घर वापस लौटने के बाद उसने रात 9 बजे तक पढ़ाई की और सोने के लिए चला गया. आमतौर पर वह रोज सुबह 4 बजे उठकर पढ़ाई करता है, लेकिन बुधवार की सुबह जब मैं 4.30 बजे उठा तो वह मुझे कहीं नहीं दिखा. सुबह 9 बजे हमें एक कुएं के पास से उसकी चप्पलें मिली और उसका शव कुएं से मिला. उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा के तनाव को लेकर बेटे ने अपने जीवन को समाप्त कर लिया है.
कुएं से शव को बाहर निकालने के बाद उसे पोस्ट मार्टम के लिए एक सरकारी अस्पताल में भेज दिया गया. बताया जाता है कि विग्नेश ने पिछले साल कृषि विज्ञान में एक सीट हासिल की थी, लेकिन नीट को क्रैक करने के लिए उसने कड़ी मेहनत करने का फैसला किया था. इस घटना के बाद ग्रामीणों ने नीट परीक्षा को तत्काल रद्द करने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. यह भी पढ़ें: JEE and NEET Exam 2020: जेईई मैन और नीट की परीक्षा देने वाले छात्रों के प्रति राहुल गांधी ने जताई चिंता, कहा- सरकार निकाले इसका सही हल
वहीं डीएमके के अध्यक्ष एमके स्टालिन (MK Stalin) ने छात्र की खुदकुशी पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रीय परीक्षण में एक और जान चली गई है. निर्दयी केंद्र सरकार कब नीट को रोकेगी? हमें और कितने लोगों को खोना होगा? इसके साथ ही उन्होंने छात्र समुदाय से साहसपूर्वक जीवन का सामना करने और आत्महत्या जैसे कदम न उठाने की अपील की है.
सत्तारूढ़ एआईडीएमके सहित तमिलनाडु की कई राजनीतिक पार्टियों ने नीट परीक्षा को रद्द करने की मांग को दोहराया है. पीएमके के संस्थापक नेता एस रामदास ने कहा कि विग्नेश एक अध्ययनशील छात्र था और पिछले साल उसका नीट स्कोर 370 था. हालांकि उसे एक निजी मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल गया था, लेकिन उसका परिवार उसके खर्च को वहन नहीं कर सकता था, इसलिए छात्र इस साल भी परीक्षा में बैठने की तैयारी कर रहा था.