शमर्नाक! बिहार के नालंदा जिले में एम्बुलेंस न मिलने पर परिजन कचरा गाड़ी में शव लाने को हुए मजबूर

पूरा देश कोरोना की दूसरी घातक लहर से जूझ रहा है. लगातार बढ़ते मामलों के कारण ऑक्सीजन, बेड डॉक्टर्स और एम्बुलेंस की किल्लतों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों के पास अपने परिजनों का शव शमशान भूमि तक ले जाने के लिए एम्बुलेंस सुविधाएं नहीं है.

Dr Sunil Kumar, Nalanda Civil Surgeon (Photo Credits: ANI)

बिहार: पूरा देश कोरोना की दूसरी घातक लहर से जूझ रहा है. लगातार बढ़ते मामलों के कारण लोगों को ऑक्सीजन, बेड डॉक्टर्स और एम्बुलेंस की किल्लतों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों के पास अपने परिजनों का शव शमशान भूमि तक ले जाने के लिए एम्बुलेंस सुविधाएं नहीं है. ऐसा ही एक और मामला सामने आया है. बिहार के नालंदा जिले में परिजनों ने एम्बुलेंस न मिलने पर शव को नगर निगम की कचरा गाड़ी पर कथित तौर पर श्मशान ले जाया गया. इस बारे में जब नालंदा के सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार ने पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मुझे बताया गया है कि शव को एक गाड़ी पर ले जाया गया था. मैं इसकी जांच करवाऊंगा और कार्रवाई की जाएगी." यह भी पढ़ें: COVID-19: नए मामलों में कमी लेकिन मौत के आंकड़े भयानक, 24 घंटों में महाराष्ट्र में 960 और दिल्ली में 262 मरीजों की गई जान

बता दें कि आए दिन ऐसे मामले सुनने को मिले रहते हैं. कुछ दिनों पहले आन्ध्रप्रदेश में ऐसा ही एक मामला सामने आया था. जहां कोविड से एक महिला की मौत के 24 घंटे बाद भी एम्बुलेंस न मिलने पर बेटे और दामाद लाश को मोटरसाइकिल पर लादकर शमशान घाट ले आए.

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बता दें कि पिछले 24 घंटे में देश भर में कुल 3,11,170 नए पॉज़िटिव मामले मिले. 3,62,437 मरीज स्वस्थ हुए जबकि 4,077 मरीज की मृत्यु हुई है. इस समय देश में कुल 36,18,458 सक्रिय मामले हैं. बिहार में 5 से 15 मई तक लॉकडाउन लगाया गया था, लेकिन बढ़ते कोविड मामलों के मद्देनजर गुरुवार को इसे बढ़ाकर 25 मई तक कर दिया गया है.

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