मुंबई विमान हादसा: इस वजह से बची 35 मजदूरों की जान
घटनास्थल की तस्वीर

मुंबई: मुंबई के घाटकोपर में हुआ चार्टर्ड प्‍लेन का हादसा शायद ही लोग कभी भूल पाएंगे. इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई. लेकिन इस हादसे में मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती थी. दरअसल हादसे वाली जगह एक घना रिहायशी  इलाका है. जब पायलट मारिया को पता चल गया कि अब प्लेन बेकाबू हो गया है. तो उन्होंने प्लेन को ऐसी जगह उतारने की कोशिश जहां लोगों की संख्या कम हो.

प्लेन की पायलट मारिया ने जहाज को घाटकोपर के सर्वोदय नगर में पृथ्वी रिएल्टीज के एक निर्माणाधीन इमारत परिसर लैंड कराने की कोशिश की. लेकिन विमान हादसे का शिकार हो गया और इस हादसे में तकरीबन 5 लोगों की मौत हो गई. जिसमें कैप्टन प्रदीपर राजपूत और कैप्टन मारिया जुबेरी, सुरभि गुप्ता, मनीष पांडे और राहगीर गोविंद दुबे की मौत हो गई. लेकिन इसी हादसे में 35 लोगों की जान भी बच गई.

ऐसे बची 35 लोगों की जान

बता दें कि हादसे के समय प्लेन एक निर्माणाधीन बिल्डिंग से टकरा गया था. लेकिन उस समय बिल्डिंग में काम करने वाले 35 मजदूर बिल्डिंग के बेसमेंट में खाना खा रहे थे. जिसके कारण एक बड़ा हादसा टल गया. वहीं बिल्डिंग में काम कर रहे दो लोग इस हादसे में घायल हो गए थे. बता दें कि यह हासदा तकरीबन 1.10 मिनट पर हुआ था.

बता दें कि विमानन विशेषज्ञ और एक्जक्यूटिव एयरवेज के प्रबंध निदेशक प्रदीप थम्पी ने कहा कि विमान 26 साल पुराना किंग एयर सी-90 था. इस विमान को मुंबई की निजी कंपनी यूवाई एविएशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार से दो वर्ष पहले खरीदा गया था.