मुंबई, 30 जनवरी: जैन उपासक का भेष बनाकर जैन मंदिरों से सोने और चांदी की वस्तुएं चुराने के आरोप में 53 वर्षीय एक व्यक्ति को रविवार को दिंडोशी इलाके से गिरफ्तार किया गया. आरोपी के पास से एक सोने की प्लेट, 160 ग्राम वजनी सोने की रॉड व एक स्कूटी बरामद की गई है. पुलिस ने बताया कि बरामद सामग्री की कुल कीमत करीब पांच लाख तीस हजार रुपये है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी चुराए गए मंदिर के सामान को बेचने के बाद प्राप्त धन से जुआ खेलता था. "आरोपी जैन मंदिरों से सोने और चांदी की प्लेटें चुराता था. आरोपी क्राइम पेट्रोल शो से इंस्पायर्ड होने की बात कबूल की है. आरोपी खुद को बचाने के लिए जैन समुदाय के सदस्य के रूप में कपड़े पहनता है और मास्क पहनता था." यह भी पढ़ें: Madhya Pradesh: मंदिर में चोरी करने से पहले चोर ने भगवान से मांगा आशीर्वाद, फिर दिया वारदात को अंजाम (Watch Video)
डिंडोशी के पुलिस अधिकारी धनंजय कवाडे ने कहा, "मंदिर में पूजा करने के बहाने रेकी की और कीमती सामान चुरा लिया. बाद में वह एक दुकानदार को सोने और चांदी के सामान बेचने से मिलने वाले पैसों से जुआ खेलता था." अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मलाड पश्चिम के रामचंद्र लेन निवासी भरत सुखराज दोषी के रूप में हुई है. पुलिस ने एक जैन पुजारी की शिकायत पर मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था.
देखें ट्वीट:
Maha | On 23rd Jan,a man Bharat Sukhraj Doshi disguised as Jain priest stole 160 gm of gold plate from a Jain temple.He was nabbed from Malad West after checking over 100 CCTV footage;gold recovered.He planned it after watching Crime Patrol: D Kavde, Crime Police Insp, Dinoshi PS pic.twitter.com/WEZKolYYLt
— ANI (@ANI) January 30, 2023
दिंडोशी पुलिस अधिकारी ने कहा कि जैन उपासक के वेश में आरोपी अपने घर से स्कूटर पर निकलता था और चोरी करने के बाद उसने ऐसे रास्ते चुने जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे. डिंडोशी पुलिस को 23 जनवरी को एक जैन पुजारी धीरज लाल शाह से एक शिकायत मिली, जिसने उल्लेख किया कि एक 160 ग्राम सोने की थाली, जिसे वह पूजा के लिए मंदिर में ले गया था, गायब हो गई है.
अधिकारी ने कहा कि आरोपी द्वारा अपनाए गए भेष के कारण पुलिस को 93 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने पड़े और घटनाक्रम सामने आया. पुलिस ने बताया कि मंदिर के लोगों ने छोटी-मोटी चोरी समझकर पहले शिकायत दर्ज नहीं कराई थी.