भोपाल, 17 सितंबर : मध्य प्रदेश अब देश और दुनिया में चीता स्टेट के तौर पर पहचाना जाएगा, ऐसी उम्मीद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जताई है. चौहान ने कहा है, मध्यप्रदेश (एमपी) गजब है, सबसे अजब है. 'टाइगर स्टेट', 'तेंदुआ स्टेट', 'वल्चर स्टेट', 'घड़ियाल स्टेट' के बाद यह अब 'चीता स्टेट' होगा. उन्होंने आगे कहा, मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा बाघ 526,सबसे ज्यादा तेंदुए 3421 है. प्रदेश में जंगल 30 फीसदी से अधिक है. राज्य में राष्ट्रीय उद्यान 10, टाइगर रिजर्व छह और वन्य जीव अभ्यारण 25 है. इसके साथ ही घड़ियाल और वल्चर भी मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा.
चौहान का कहना है कि "नामीबिया से चीते आए हैं. चीतों को लाया जाना एक असाधारण घटना है. मैं असाधारण इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि लगभग 1952 के आस-पास हमारे देश में चीतों का अस्तित्व समाप्त हो गया. अब दूसरे महाद्वीप से चीते लाकर उनको यहां पुनस्र्थापित कर रहे हैं. शायद यह इस सदी की सबसे बड़ी घटना है. दूसरे महाद्वीप से विशेष वन्यजीवों को लाकर हम यहां बसाएंगे. कोशिश यह करेंगे कि चीते का परिवार स्वाभाविक रूप से बढ़ता रहे." यह भी पढ़ें : भाजपा, आप को तोड़ने के लिए ‘आपरेशन लोटस’ जारी रखे हुए है: उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
उन्होंने आगे कहा, "चीता आना, एक विलुप्त होती हुई प्रजाति को फिर से पुनस्र्थापित करने का काम तो है ही, लेकिन यह पर्यावरण का संतुलन भी बनाएंगे. इससे वाइल्ड लाइफ समृद्ध होगी. केवल इतना ही नहीं, श्योपुर जिले और उसके आस-पास रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे."