MP: कांग्रेस से निष्कासित नेता बीजेपी में शामिल, कहा- अंतरात्मा ने कमलनाथ के साथ काम नहीं करने दिया
मध्य प्रदेश कांग्रेस से निष्कासित मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वन मंत्री कुंवर विजय शाह की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए.
भोपाल, 26 नवंबर : मध्य प्रदेश कांग्रेस से निष्कासित मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और वन मंत्री कुंवर विजय शाह की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए. सलूजा, जिन्हें 2018 में राज्य मीडिया समन्वयक के रूप में पदोन्नत किया गया था, उन्होंने दावा किया कि उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी क्योंकि उनकी अंतरात्मा ने उन्हें एक ऐसे व्यक्ति (कमलनाथ) के साथ काम करने की अनुमति नहीं दी, जो दिल्ली में 1984 के सिख विरोधी दंगों में सक्रिय रूप से शामिल था.
खास बात यह है कि पूर्व में जब भी सलूजा के समक्ष सिख विरोधी दंगों में कमलनाथ की कथित संलिप्तता का मुद्दा उठाया गया था, तो उन्होंने इसे विरोधियों द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों के रूप में खारिज कर दिया था. सलूजा, जिन्हें मध्य प्रदेश में कमलनाथ के सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक माना जाता था, को लगभग तीन महीने पहले राज्य कांग्रेस के मीडिया सेल में फेरबदल के दौरान पार्टी से अलग कर दिया था. हालांकि, बाद में उन्हें मीडिया समन्वयक के रूप में शामिल कर लिया गया. यह भी पढ़ें : Satyendra Jain New Video: तिहाड़ जेल में केजरीवाल के मंत्री की मौज! सत्येंद्र जैन का एक और वीडियो आया सामने
सलूजा ने भाजपा में शामिल होने के दौरान कहा- मैंने 1984 के दंगों में कमलनाथ के शामिल होने के आरोपों को हमेशा झूठ माना. लेकिन कीर्तनकार मनप्रीत कानपुरी ने मुझे एहसास कराया कि मैं गलत था. एक सिख होने के नाते, इससे मुझे पीड़ा हुई. इसलिए, मैंने खुद को कांग्रेस और कमलनाथ से अलग कर लिया.
इस बीच, सलूजा के भाजपा में शामिल होने के कुछ ही समय बाद, मध्य प्रदेश कांग्रेस ने उन्हें संबोधित एक पत्र (दिनांक 13 नवंबर) जारी किया, जिसमें उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए छह साल के लिए पार्टी से निष्कासन की सूचना दी गई थी. प्रदेश कांग्रेस की मीडिया शाखा के अध्यक्ष के.के. मिश्रा ने कहा, सलूजा का भाजपा में शामिल होना बिल्कुल भी आश्चर्यजनक नहीं है, क्योंकि वह लंबे समय तक कांग्रेस में रहने के बावजूद भगवा पार्टी के लिए काम कर रहे थे.