मध्यप्रदेश (MP) की राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के दफ्तर के बाहर तैनात जवानों का कैंप हटा लिया गया. जिसके बाद एक बार फिर से सियासी गहमागहमी तेज हो गई है. एक तरफ जहां संघ इसका विरोध कर रही है. वहीं राज्य की कांग्रेस सरकार के इस फैसले को उनके ही नेता गलत बता रहे हैं. कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि, भोपाल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कार्यालय से सुरक्षा हटाना बिल्कुल उचित नहीं है मैं मुख्य मंत्री कमल नाथ जी से अनुरोध करता हूँ कि तत्काल पुन: पर्याप्त सुरक्षा देने के आदेश दें.
बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यह दफ्तर ई-2 अरेरा कॉलोनी स्थित है, जहां पर 2009 से एसएएफ की एक- चार की गार्ड तैनात थे. लेकिन सोमवार रात 9:30 बजे अचानक एसएएफ का कैंप हटना शुरू हुआ. रात 11 बजे तक जवान अपना सामान लेकर वहां से चले गए. वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कांग्रेस के इस फैसले का विरोध करना शुरू कर दिया है. संघ पदाधिकारियों की मानें तो सुरक्षा व्यवस्था हटाने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई है.
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भोपाल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कार्यालय से सुरक्षा हटाना बिल्कुल उचित नहीं है मैं मुख्य मंत्री कमल नाथ जी से अनुरोध करता हूँ कि तत्काल पुन: पर्याप्त सुरक्षा देने के आदेश दें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 2, 2019
गोपाल भार्गव ने ट्वीट कर लिखा कि भोपाल स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय से सुरक्षा का हटाया जाना @OfficeOfKNath का बेहद ही निंदनीय कदम है. @INCMP द्वारा शायद फिर किसी हमले की योजना बनाई गई है. अगर किसी स्वयंसेवक को खरोंच भी आई तो कांग्रेस सरकार की ईंट से ईंट बजा दी जाएगी.
भोपाल स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय से सुरक्षा का हटाया जाना @OfficeOfKNath का बेहद ही निंदनीय कदम है। @INCMP द्वारा शायद फिर किसी हमले की योजना बनाई गई है। अगर किसी स्वयंसेवक को खरोंच भी आई तो कांग्रेस सरकार की ईंट से ईंट बजा दी जाएगी। @BJP4India @BJP4MP
— Chowkidar Gopal Bhargava (Leader of Opposition) (@bhargav_gopal) April 1, 2019
गौरतलब हो कि भोपाल स्थित संघ कार्यालय समिधा मध्य क्षेत्र का मुख्यालय है. यहीं आरएसएस की मध्य प्रांत की कई महत्वपूर्ण बैठकें होती हैं. वहीं संघ दफ़्तर की सुरक्षा हटाने पर बीजेपी तिलमिला गयी है. संघ पदाधिकारियों की मानें तो सुरक्षा व्यवस्था हटाने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई है.