गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश), 16 दिसंबर गाजियाबाद जिले के मसूरी क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर मोबाइल फोन से वीडियो बनाते समय ट्रेन की चपेट में आने से मरे दंपती और एक अन्य व्यक्ति के परिवार के सदस्य शोक में डूबे हुए हैं. यह भी पढ़ें: दिल्ली में दिल दहला देने वाली घटना, शिक्षिका ने 5वीं की छात्रा को कैंची से पीटकर पहली मंजिल से धकेला, पुलिस ने किया गिरफ्तार
गाजियाबाद जिले के मसूरी क्षेत्र में कालू गढ़ी रेलवे क्रॉसिंग के पास मोबाइल फोन से वीडियो बनाने में मशगूल एक दंपती समेत तीन लोगों की बुधवार की रात ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गयी थी.
मृतकों की पहचान नदीम (23), उसकी पत्नी जैनब (20) और शकील (30) के रूप में हुई, जो जिले के मसूरी थाना क्षेत्र के ही मुशाहिद कॉलोनी में रहते थे। दंपती मेरठ के रहने वाले थे जबकि शकील स्थानीय निवासी था. नदीम और जैनब की छह महीने पहले ही शादी हुई थी और हादसे वाले दिन वह घर का कुछ सामान खरीदने बाजार गए थे.
शकील नदीम का करीबी दोस्त था और शकील के कहने पर ही रोजी-रोटी के लिए ट्रक चलाने लगा था. बृहस्पतिवार को पोस्टमार्टम हाउस में नदीम के भाई वसीम ने कहा था कि उसके भाई को वीडियो बनाने का शौक नहीं था.
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) इराज राजा ने बृहस्पतिवार को बताया था कि शुरुआती जांच में भी पुष्टि हुई है कि घटना के वक्त नदीम, जैनब और शकील सोशल मीडिया पर अपलोड करने के लिए वीडियो बना रहे थे.
इराज राजा ने शुक्रवार को कहा कि ट्रेन के चालक ने आध्यात्मिक नगर (डासना) के स्टेशन मास्टर अंकित सिंह को सूचित किया कि तीनों वीडियो बनाने में तल्लीन थे और उनके मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट चालू थी। वे इंजन के बार-बार हॉर्न और यहां तक कि उसकी चमकदार हेडलाइट को भी नहीं सुन-देख पाए.
डीसीपी ने कहा कि तीनों पुरानी दिल्ली से प्रतापगढ़ जंक्शन जा रही पद्मावत एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आ गए.
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