Monsoon 2022: मानसून के आगमन से पहले इन राज्यों में भारी बारिश की भविष्यवाणी, IMD ने बताया कैसा रहेगा मौसम का हाल
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में दस्तक देने के बाद अब दक्षिण-पश्चिम मानसून देश के तटीय हिस्से की ओर आगे बढ़ रहा है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को बताया कि अगले 2 दिनों के दौरान दक्षिण पश्चिम मानसून के दक्षिण बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के कुछ और हिस्सों, पूरे अंडमान सागर (Andaman Sea) और अंडमान द्वीप समूह (Andaman Islands) और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.
Monsoon 2022 Update: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में दस्तक देने के बाद अब दक्षिण-पश्चिम मानसून (Southwest Monsoon) देश के तटीय हिस्से की ओर आगे बढ़ रहा है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को बताया कि अगले 2 दिनों के दौरान दक्षिण पश्चिम मानसून के दक्षिण बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के कुछ और हिस्सों, पूरे अंडमान सागर (Andaman Sea) और अंडमान द्वीप समूह (Andaman Islands) और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. समुद्री ‘हीटवेव’ बढ़ रही हैं, भारत में मॉनसून की बारिश पर पड़ रहा है असर
मौसम विभाग ने इस साल चार महीने लंबे मॉनसून सीजन के दौरान अच्छी बारिश की भविष्यवाणी की है. आईएमडी ने मानसून के 1 जून की सामान्य शुरुआत की तारीख से पांच दिन पहले 27 मई को केरल में मौसमी बारिश के जल्दी आगमन का अनुमान जताया है. मानसून की सामान्य तिथियों पर गौर करें तो अंडमान सागर के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरूआत 22 मई के आसपास होती है. हालांकि, आईएमडी का कहना है कि पिछले आंकड़ों से पता चलता है कि अंडमान सागर के ऊपर मानसून के आगे बढ़ने की तारीख का केरल में मानसून की शुरूआत की तारीख या देश में मौसमी मानसून की बारिश के साथ कोई सीधा संबंध नहीं है.
मौसम (Indian Metrological department) विभाग ने यह भी बताया कि 19 मई से उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में फिर से लू चलने (Heat Wave) की संभावना है. जबकि मध्य पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से आज जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज के साथ हल्की/मध्यम वर्षा, गरज के साथ हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है. जबकि आज हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि का भी पूर्वानुमान है.
आईएमडी के अनुसार, इस हफ्ते लक्षद्वीप और उत्तरी तमिलनाडु तट पर चक्रवाती परिसंचरण की उपस्थिति से केरल, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में कुछ स्थानों पर गरज/चमक/तेज हवाओं के साथ काफी व्यापक वर्षा होने की उम्मीद है. मौसम कार्यालय ने कहा कि तमिलनाडु में बुधवार तक और अगले दो दिनों में लक्षद्वीप क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा कि बुधवार को तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी भारी वर्षा की संभावना है.
अगले 5 दिनों के दौरान केरल-माहे, तमिलनाडु, कर्नाटक, लक्षद्वीप और रायलसीमा (Rayalaseema) में गरज के साथ मध्यम वर्षा, बिजली गिरने, तेज हवाएं चलने की संभावना है. जबकि अगले 3 दिनों के दौरान केरल-माहे, तमिलनाडु, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में मूसलाधार बारिश की संभावना है.
अगले 5 दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम-मेघालय और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ मध्यम वर्षा होने की संभावना है. 17 और 18 मई को मेघालय में अत्यधिक भारी बारिश की उम्मीद है. 17 और 18 मई को मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
अगले 4 दिनों के दौरान बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश / बिजली गिरने / तेज हवाएं चलने की भविष्यवाणी की गई है.
पश्चिमी विक्षोभ के कारण 20 और 21 मई को पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में गरज के साथ हल्की बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की संभावना है. 20 और 21 मई को पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान में छिटपुट स्थानों पर धूल भरी आंधी या गरज के साथ छींटे पड़ने की भी संभावना है.
आईएमडी ने बताया कि आज (17 मई) पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज के साथ हल्की बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की संभावना है. वहीं, 19-21 मई के दौरान जम्मू-कश्मीर में और 20 और 21 मई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ मध्यम वर्षा होने की संभावना है.