Monsoon 2020 Update: चक्रवात Amphan से विलंब के बाद मानसून ने पकड़ी रफ्तार, 5 जून तक पहुंचेगा केरल
इस साल मानसून 5 जून के आसपास केरल से टकराने की संभावना है, हालांकि इस साल केरल में मानसून सामान्य से पांच दिन देरी से पहुंचेगा. चक्रवात अम्फान ने पश्चिम बंगाल में 20 मई को तबाही मचाई थी. हालांकि इस तूफान से पहले आईएमडी ने 1 जून के आस पास केरल में मानसून के टकराने की संभावना जताई थी, लेकिन अम्फान तूफान के बाद विलंब के बाद अब मानसून 5 जून को केरल पहुंच सकता है.
Monsoon 2020 Update: भीषण गर्मी (Heatwave) से राहत पाने के लिए लोग मानसून (Monsoon) का इंतजार करते है. मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण मानसून में देरी की संभावना जताई थी, पर अब चक्रवाती तूफान अम्फान (Cyclonic Storm Amphan) के कारण विलंब के बाद मानसून (Monsoon 2020) ने रफ्तार पकड़ ली है. ताजा जानकारी के अनुसार, 10 दिनों से ज्यादा समय तक स्थिर रहने के बाद बुधवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून बंगाल की दक्षिण खाड़ी के कुछ और हिस्सों में विकसित हुआ. अनुकूल परिस्थितियों के कारण इस मौसम में मानसून ने बंगाल के अंडमान सागर और दक्षिण पूर्व की खाड़ी में जल्दी आगमन किया, जिसका निर्माण चक्रवात अम्फान के दौरान हो रहा था. बुधवार तक मानसून ने अंडमान सागर और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह के अधिकांश हिस्सों को कवर किया था.
भारत के मौसम विभाग (India Meteorological Department) द्वारा जारी ताजा पूर्वानुमान में कहा गया है कि बादल छाने के साथ, दक्षिण-पश्चिम हवाओं को मजबूत करने और अन्य अनुकूल परिस्थितियों के निर्माण के साथ, अगले 48 घंटों के दौरान बंगाल की दक्षिण और मध्य खाड़ी पर मानसून के रफ्तार पकड़ने की संभावना है. यह भी पढ़ें: Monsoon Forecast 2020: 5 जून तक केरल में दस्तक देगा मानसून, 29 मई से उत्तर भारत को मिलेगी गर्मी से राहत
इस साल मानसून 5 जून के आसपास केरल से टकराने की संभावना है, हालांकि इस साल केरल में मानसून सामान्य से पांच दिन देरी से पहुंचेगा. चक्रवात अम्फान ने पश्चिम बंगाल में 20 मई को तबाही मचाई थी. हालांकि इस तूफान से पहले आईएमडी ने 1 जून के आस पास केरल में मानसून के टकराने की संभावना जताई थी, लेकिन अम्फान तूफान के बाद विलंब के बाद अब मानसून 5 जून को केरल पहुंच सकता है.
पुणे के एक वरिष्ठ आईएमडी अधिकारी ने कहा कि अम्फान चक्रवात ने सारी ऊर्जा को आकर्षित किया, जिससे मानसूनी हवाओं की प्रगति कमजोर हो गई, जो बंगाल की खाड़ी में स्थापित हो रही थीं. मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों में दक्षिण-पूर्व मानसून के आगे दक्षिण-पूर्व अरब सागर, अंडमान सागर के शेष हिस्सों और बंगाल के दक्षिण व मध्य खाड़ी के अधिक भागों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थियां अनुकूल होती जा रही हैं.