Modi-Trump Call: द्विपक्षीय व्यापार, ऊर्जा और रक्षा पर चर्चा: पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई ‘सौहार्दपूर्ण और सार्थक’ बातचीत
नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप (Photo Credits: X)

 

Modi-Trump Call: भारत (India) और अमेरिका (America) के बीच व्यापार (Bilateral Trade और टैरिफ (Tariff) को लेकर चल रही बातचीत के बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pri,e Minister Narendra Modi) और अमेरिकाके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बीच एक अहम फोन कॉल हुआ.  इस बातचीत से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार, ऊर्जा सहयोग, सुरक्षा और रक्षा सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. यह भी पढ़ें: Trump Gold Card: डोनाल्ड ट्रंप ने शुरू किया 1 मिलियन डॉलर का ‘गोल्ड कार्ड’ प्रोग्राम, US नागरिकता का नया रास्ता (Watch Video)

यह फोन कॉल ऐसे समय में हुआ है जब कुछ महीने पहले ट्रंप ने भारत पर आयात शुल्क 50% तक बढ़ा दिया था, यह कहते हुए कि भारत रूस के साथ ऊर्जा व्यापार में शामिल है. यह भी पढ़ें: डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा के समर्थन को दोहराया, कहा- अमेरिका फिर से बड़े स्तर पर चिप बनाएगा

मोदी–ट्रंप कॉल में क्या-क्या चर्चा हुई?

PM मोदी ने अपनी “गरमजोशी भरी और उपयोगी” बातचीत के बारे में ट्वीट कर बताया:

“हमने द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा की और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। भारत और अमेरिका शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।”

सूत्रों के अनुसार, कॉल में इन मुद्दों पर भी चर्चा हुई—

  • द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के प्रयासों में निरंतर गति बनाए रखना.
  • महत्वपूर्ण तकनीकों, ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देना.
  • भारत-अमेरिका कॉम्पैक्ट (सैन्य साझेदारी, त्वरित वाणिज्य और प्रौद्योगिकी के लिए अवसरों को उत्प्रेरित करना) के क्रियान्वयन पर विचार.
  • क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम.
  • द्विपक्षीय सहयोग को लगातार मजबूत करना.

दोनों नेताओं ने साझा चुनौतियों से निपटने और आपसी हितों को आगे बढ़ाने के लिए करीबी सहयोग पर सहमति जताई.

50% टैरिफ और रिश्तों में तनाव

अगस्त में अमेरिका द्वारा भारत पर 50% आयात शुल्क लगाने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव देखा गया था। इन शुल्कों का आधा हिस्सा रूस के साथ भारत के तेल व्यापार को लेकर लगाया गया था और इसे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देखा गया था.

ट्रंप प्रशासन के कई अधिकारियों ने भारत पर रूस से तेल खरीदकर “अरबों डॉलर कमाने” का आरोप लगाया था.

हालांकि एक महीने बाद माहौल शांत होता दिखा, जब ट्रंप ने कहा कि वे 'हमेशा मोदी के दोस्त रहेंगे' और भारत-अमेरिका संबंधों को 'विशेष' बताया. PM मोदी ने भी जवाब में कहा कि दोनों देशों के बीच 'सकारात्मक और दूरदर्शी रणनीतिक साझेदारी' है.

भारत–रूस तेल व्यापार पर ट्रंप का दावा

अक्टूबर में ट्रंप ने दावा किया था कि PM मोदी ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि भारत जल्द ही रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा. उन्होंने कहा था—'मुझे अच्छा नहीं लगा कि भारत रूस से तेल खरीद रहा है। PM मोदी ने आश्वासन दिया है कि अब भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा. यह बड़ा कदम है.'

हालांकि, भारत ने ट्रंप के इस दावे का खंडन किया था. विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट कहा था कि उन्हें मोदी और ट्रंप के बीच किसी ऐसी बातचीत की जानकारी नहीं है.