नई दिल्ली: मोदी सरकार ने बुधवार को किसानों को बड़ी खुशखबरी दी है. दरअसल केंद्र सरकार ने रबी की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ा दिया है. पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया. जिसके बाद गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 105 रुपये बढ़ाकर 1,840 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. पिछले साल गेहूं का एमएसपी 1,735 रुपये प्रति क्विंटल था.
कैबिनेट ने 2018-19 के लिए गेहूं, चना, सरसों, मसूर, कुसुम और जौ के एमएसपी में बढ़ोतरी को मंजूरी दी. जानकारी के अनुसार गेहूं के एमएसपी में 105 रुपये की बढ़ोतरी की गई है और नया समर्थन मूल्य 1,840 रुपये प्रति क्विंटल होगा. वहीं, चने का एमएसपी 220 रुपये बढ़ाकर 4,620 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है. रबी सीजन की प्रमुख दलहन फसल चना के लिए पहले एमएसपी 4,400 रुपये थी.
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बैठक के बाद जानकारी देते हुए कहा कि किसानों को 62 हजार 635 करोड़ रुपये का फायदा होगा. उन्होंने कहा कि एमएसपी में वृद्धि, किसानों की आमदनी बढ़ाने के हमारा संकल्प को दिखाता है.
Cabinet approves metro in Bhopal. This will cover a total length of 27.87 km in Bhopal. There has been a 50-50 arrangement between Centre&state govt. This will be done at an expenditure of Rs 6,941.40 Crore & will be completed in 4 years time: Union Minister Ravi Shankar Prasad pic.twitter.com/3bPh3ZXZNm
— ANI (@ANI) October 3, 2018
MSP of wheat has been raised by Rs 105/quintal, safflower by Rs 845/quintal, barley by Rs 30/quintal, masur by Rs 225/quintal, gram by Rs 220/quintal, rapeseed & mustard by Rs 22/quintal.
— ANI (@ANI) October 3, 2018
गौरतलब है कि मंगलवार को दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर किसानों के उग्र प्रदर्शन के बाद सरकार पर एक्शन लेने का दबाव बढ़ गया था. हालांकि किसान क्रांति पदयात्रा के तहत हरिद्वार से दिल्ली के लिये कूच करने वाले प्रदर्शनकारी किसानों ने बुधवार तड़के अपना मार्च समाप्त कर दिया. किसान क्रांति पदयात्रा 23 सितंबर को हरिद्वार में टिकैत घाट से शुरू हुई थी. इसमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से किसान शामिल हुए थे. किसान पैदल, बस और ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर पहुंचे थे.