नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के कैबिनेट में फेरबदल से एक दिन पहले नरेंद्र मोदी सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 'सहकार से समृद्धि' के विजन को साकार करने के लिए एक अलग 'सहकारिता मंत्रालय' बनाया है. 'सहकारी मंत्रालय सहकारिता के लिए कारोबार को आसान बनाने की प्रक्रिया को कारगर करने का काम करेगा. सहकारी मंत्रालय सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए अलग प्रशासनिक, कानूनी, नीतिगत ढांचा उपलब्ध कराएगा.' नये मंत्रालय के लिए एक प्रभारी मंत्री को बुधवार को नामित किया जाएगा. Modi Cabinet Expansion: चिराग पासवान ने दी चेतावनी, कहा- अगर पशुपति पारस को LJP कोटे से मंत्री बनाया तो कोर्ट जाएंगे.
नया मंत्रालय सहकारिता को एक सच्चे, जमीनी स्तर तक पहुंचने वाले जन आधारित आंदोलन में तब्दील करेगा. यह मंत्रालय सहकारी समीतियों के लिए 'ईज ऑफ डुइंग बिजनेस' की प्रक्रियाओं को आसान बनाएगा और बहु राज्य सहकारी समितियों (MSCS) के विकास को शुरू करने का काम करेगा. केंद्र सरकार ने समुदाय आधारित विकासात्मक भागीदारी के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता का संकेत दिया है.
सूत्रों ने कहा कि सहयोग के लिए अलग मंत्रालय का गठन केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा की गई बजट घोषणा को भी पूरा करता है. इस फैसले को किसानों को सशक्त बनाने के कदम के रूप में भी देखा जा रहा है.
मोदी कैबिनेट का विस्तार
प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार कर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, बुधवार शाम छह बजे राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शपथ ग्रहण समारोह होगा. सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिपरिषद में विस्तार व फेरबदल से पहले बुधवार सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री मंत्रिमंडल की बैठक करेंगे.
(इनपुट भाषा)