Milind Deora Joins Shiv Sena: मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस छोड़ी- महाराष्ट्र के सीएम शिंदे ने उनका शिवसेना में स्वागत किया
Milind Deora (Photo Credis ANI)

मुंबई, 14 जनवरी : र्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद एम. देवड़ा रविवार तड़के कांग्रेस छोड़ दी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यहां सत्तारूढ़ शिवसेना में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास 'वर्षा' में आयोजित समारोह में 47 वर्षीय देवड़ा के साथ उनकी पत्नी पूजा शेट्टी-देवड़ा और परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे. शिंदे ने अपने समर्थकों की जोरदार तालियों के बीच देवड़ा का स्टोल, पार्टी का झंडा और फूल देकर स्वागत किया. देवड़ा के अलावा, मुंबई कांग्रेस और उसके सहयोगी संगठनों के शहर और राज्य इकाइयों के कई नेता और कार्यकर्ता भी शिवसेना में शामिल हो गए, जो 139 साल पुरानी उस पार्टी के लिए खतरे की घंटी है, जिसकी स्थापना 1885 में यहां हुई थी. देवड़ा के जाने से मुंबई कांग्रेस हिल गई क्योंकि उनके साथ बड़ी संख्या में पदाधिकारी और वरिष्ठ कार्यकर्ता भी पार्टी छोड़कर शिवसेना में शामिल हो गए.

बीएमसी चुनावों और इस साल होने वाले लोकसभा तथा विधानसभा चुनावों से पहले रणनीतिक रूप से इस घटनाक्रम का कांग्रेस पर राजनीतिक असर हो सकता है. पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (जून 2022) के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और बाद में पूर्व सीएम शरद पवार (जुलाई 2023) के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) में ऊर्ध्वाधर विभाजन के बीच कांग्रेस सहमी और आत्मसंतुष्ट बनी रही. शिवसेना में शामिल होने के तुरंत बाद देवड़ा ने कहा कि उनके पिता दिवंगत मुरली एस. देवड़ा और उनका एकनाथ शिंदे और दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के परिवार के साथ लंबे समय से पारिवारिक संबंध था. यह भी पढ़ें : न्यायालय ने केंद्र से ‘हिट-एंड-रन’ दुर्घटनाओं में मुआवजा बढ़ाने पर विचार करने के लिये कहा

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने "दूरदर्शी और सफल" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भी सराहना की और कहा कि वह शिंदे के नेतृत्व के माध्यम से उनके हाथों को मजबूत करने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि पिछले तीन दशकों में पार्टी में भारी बदलाव आया है और अब इसमें प्रतिभाशाली और सक्षम लोगों के लिए कोई जगह नहीं है. देवड़ा ने कहा, "वही कांग्रेस पार्टी जिसने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में आर्थिक सुधारों की शुरुआत की थी, अब उद्योगपतियों, व्यापारियों और अच्छा काम करने वाली सरकार को कोस रही है."

देवड़ा के वंशज ने कहा कि वह 'पेन' (पर्सनल अटैक्स, इनजस्टिस और निगेटिविटी) की बजाय 'गेन' (ग्रोथ, एस्पिरेशन, इनक्लूजिविटी और नेशनलिज्म) की राजनीति में विश्वास करते हैं, और इस बात पर अफसोस जताया कि कैसे कांग्रेस ने हमेशा प्रधानमंत्री मोदी के प्रशंसनीय कार्यों का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि शिंदे और पीएम मोदी के माध्यम से मुंबई और महाराष्ट्र को तेजी से विकास की राह पर ले जाना जरूरी है. वह राज्य के लोगों के लिए उनके नेतृत्व में काम करने के अवसर के लिए आभारी हैं. अपनी नई (पारी शुरू करने से पहले देवड़ा ने प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में जाकर प्रार्थना की और दादर में दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किए.

संयोग से, चार साल से अधिक की राजनीतिक 'पतंगबाजी' के बीच, देवड़ा ने आखिरकार मकर संक्रांति की सुबह अपना नया ठिकाना तय कर लिया जब उन्होंने अचानक कांग्रेस से अपने इस्तीफे की घोषणा की. देवड़ा ने खुद इस खबर को ट्वीट किया, हालांकि उन्होंने शनिवार देर रात तक इनकार की मुद्रा में रहने का फैसला किया था और यहां तक कि विपक्षी एमवीए सहयोगियों ने भी संदेह व्यक्त किया था कि क्या वह वास्तव में ऐसा कदम उठाएंगे. दिवंगत कांग्रेस नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सात बार के सांसद मुरली एस. देवड़ा के बेटे मिलिंद देवड़ा ने एक्स पर लिखा, "आज मेरी राजनीतिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ है. मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है. पार्टी के साथ अपने परिवार के 55 साल के रिश्ते को समाप्त कर रहा हूं."