Jammu-Kashmir: आतंकी हमलों से डरे प्रवासी मजदूर, गैर-कश्मीरियों की हत्याओं के बाद लौट रहे घर
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकियों द्वारा प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाए जाने के बाद डर का माहौल है. आतंकी घटनाओं के बाद दूसरे प्रदेशों से वहां काम करने पहुंचे लोग अब पलायन को मजबूर दिख रहे हैं.
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकियों द्वारा प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाए जाने के बाद डर का माहौल है. आतंकी घटनाओं के बाद दूसरे प्रदेशों से वहां काम करने पहुंचे लोग अब पलायन को मजबूर दिख रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में बिहार से आए दो मजदूरों की हत्या से घाटी से मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. सोमवार को बड़ी संख्या में मजदूर जम्मू के लिए रवाना हुए. वे जम्मू रेलवे स्टेशन के बाहर फुटपाथ पर बैठे थे. Jammu-Kashmir: आम नागरिकों को टारगेट कर दहशत फैला रहे आतंकी, इस महीने 11 लोगों को बनाया निशाना.
रविवार को बिहार के दो प्रवासी मजदूरों की कश्मीर में हत्या के बाद से प्रवासी श्रमिकों में डर का माहौल है. रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों की भीड़ दिख रही है. ये लोग अपने घर लौटना चाहते हैं.
बता दें कि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में रविवार को आतंकवादियों ने बिहार के दो मजदूरों की उनके किराए के मकान में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी और एक अन्य को घायल कर दिया. इससे पहले बिहार के एक रेहड़ी-पटरी वाले और उत्तर प्रदेश के एक बढ़ई की शनिवार शाम को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
इस महीने अब तक नागरिकों को निशाना बनाकर की गई गोलीबारी में 11 लोगों की मौत हो चुकी है. 6 अक्टूबर से कश्मीर में नागरिकों की हत्याओं का सिलसिला जारी है. आतंकवादियों ने 6 अक्टूबर को प्रतिष्ठित फार्मेसी मालिक एम.एल. बिंदू, एक गैर-स्थानीय स्ट्रीट वेंडर, और एक टैक्सी ड्राइवर की हत्या कर दी थी. इसके दो दिन बाद श्रीनगर शहर के ईदगाह इलाके में आतंकियों ने स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और टीचर दीपक शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी.