BSP का नया फरमान, होर्डिंग में मायावती के बराबर फोटो नहीं लगा सकेंगे नेता
बीएसपी के इस निर्देश मतलब साफ है कि अब बोर्ड को पास भी कराना होगा. बसपा लखनऊ मंडल के सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को इस संबंध में सख्त निर्देश दिए गए हैं. पार्टी के पुराने नेताओं को तो बसपा की रीति-नीति, होर्डिंग-बैनर लगाने का तौर-तारीका पता है
लोकसभा चुनाव का वक्त करीब है. ऐसे में बहुजन समाज पार्टी (BSP) और समाजवादी पार्टी (SP) के गठबंधन के बाद जमीनी स्तर पर भी दोनों पार्टियां एक होने का संदेश देने जा रही हैं. लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश के पूरे जिलों में बैठकों के कार्यक्रम का खाका तैयार किया. इसी बीच बीएसीपी सुप्रीमो मायावती (mayawati) के बराबर अब बसपा का कोई भी प्रत्याशी या नेता होर्डिंग या बैनर फोटो नहीं लगा सकेगा. पार्टी द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि प्रत्याशी या नेता को अब होर्डिंग लगाने से पहले उसे बसपा प्रभारियों को दिखाना होगा.
बीएसपी के इस निर्देश मतलब साफ है कि अब बोर्ड को पास भी कराना होगा. बसपा लखनऊ मंडल के सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को इस संबंध में सख्त निर्देश दिए गए हैं. पार्टी के पुराने नेताओं को तो बसपा की रीति-नीति, होर्डिंग-बैनर लगाने का तौर-तारीका पता है. लेकिन चुनाव के दौरान अक्सर नए युवक नेताओं से बड़ी अपनी तस्वीर लगा देते हैं. जिसे बीएसपी ने अनुशासन के विरुद्ध माना है.
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बता दें कि यूपी में सपा-बसपा गठबंधन में चुनाव लड़ रही हैं. 38 सीटों पर बसपा तो 37 सीटों पर सपा अपने प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाएगी. लेकिन अभी प्रत्याशियों के नाम तय होने बाकी हैं. गौरतलब हो कि आगामी चुनावों को देखते हुए सभी पार्टिया जातिगत समीकरणों को बैठाने की कोशिश में जुट गई है. कहीं कांग्रेस के कार्यकर्ता राहुल और प्रियंका का बखान कर रहे हैं तो कहीं पर बीजेपी, सपा, बसपा अपनी गुणगान करने में मगन हैं.