VIDEO: चार धाम यात्रा के दौरान यमुनोत्री में खतरनाक रास्ते पर श्रद्धालुओं का लगा भीषण 'जाम', प्रशासन के छूटे पसीने
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चार धाम यात्रा शुरू होते ही रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 23 लाख पार कर गया है. लेकिन भीड़ को संभालने की व्यवस्था की पोल भी खुलने लगी है. यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते ही पैदल रास्ते पर श्रद्धालुओं का 'जाम' लग गया. धक्का-मुक्की के बीच श्रद्धालु घंटों अपनी जगह पर खड़े रहे. ऐसे में किसी भी तरह की दुर्घटना हो सकती थी.

पुलिस और प्रशासन भले ही भीड़ को नियंत्रित करने में जुटा हो, लेकिन सामने आया वीडियो कपाट खुलने की प्लानिंग की पोल खोल रहा है. इतनी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं को कंट्रोल करना प्रशासन के लिए मुश्किल हो गया और प्रशासन के पसीने छूट गए.

SDM बड़कोट मुकेश रमोला ने कुछ पुलिसकर्मियों और स्थानीय युवाओं की मदद से 5 घंटे बाद भीड़ को काबू किया. लेकिन जाम की स्थिति अब भी बनी हुई है. दो किलोमीटर तक श्रद्धालुओं का जाम लगा हुआ है. यात्रा व्यवस्था देख रहे पुलिस, होमगार्ड या PRD जवान पहले दिन यमुनोत्री धाम तक नहीं पहुंच पाए. अधिकांश जवान आज दूसरे दिन यमुनोत्री के लिए रवाना हुए हैं. श्रद्धालुओं ने भी व्यवस्थाओं पर खासी नाराजगी जताई है.

श्रद्धालुओं ने व्यवस्था पर उठाए सवाल

यमुनोत्री धाम पहुंचे एक श्रद्धालु ने इन हालात पर कहा कि यहां का सिस्टम बहुत खराब है. इतनी परेशानी हो रही है...एक लाइन में आना चाहिए. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू से आए एक श्रद्धालु ने कहा कि दर्शन के लिए 50 लोगों को एक साथ छोड़ा जा रहा है...कुछ दिखाई नहीं दे रहा. एक स्थानीय श्रद्धालु ने कहा कि प्रशासन ने कुछ नहीं किया...दो किलोमीटर का जाम लगा हुआ है. पुलिस प्रशासन कहीं दिखाई नहीं दे रहा. यात्री परेशान हो रहे हैं. प्रशासन पूरी तरह फेल हो गया है. प्रशासन को यह सिस्टम सुधारना चाहिए.

अक्षय तृतीया के मौके पर कल केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे और दो दिनों के अंदर ही यमुनोत्री में इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए. कल बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने हैं. ऐसे में प्रशासन को भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की जरूरत है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.