Nainital Forest Fire: नैनीताल में जंगल में लगी भीषण आग, हाई कोर्ट कॉलोनी तक पहुंची लपटें, लोगों को सांस लेने में हो रही दिक्कत
उत्तराखंड के नैनीताल में शुक्रवार को जंगल की आग ने विकराल रूप धारण कर लिया, जिससे आग की लपटें हाई कोर्ट कॉलोनी तक पहुंच गईं. आग पर काबू पाने के लिए नैनीताल प्रशासन ने वन विभाग के कर्मचारियों और सेना के जवानों को तैनात किया है.
उत्तराखंड के नैनीताल में शुक्रवार को जंगल की आग ने विकराल रूप धारण कर लिया, जिससे आग की लपटें हाई कोर्ट कॉलोनी तक पहुंच गईं. आग पर काबू पाने के लिए नैनीताल प्रशासन ने वन विभाग के कर्मचारियों और सेना के जवानों को तैनात किया है. अगर स्थिति नियंत्रण से बाहर होती है तो हेलीकॉप्टर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. आग के कारण नैनीताल से भवाली जाने वाली सड़क पर धुआं छाया हुआ है. वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है.
नैनीताल जंगल की आग
नैनीताल के बलदियाखान, ज्योलिकोट, मंगोली, खुरपाताल, देवीधुरा, भवाली, पाईनस,भीमताल मुक्तेश्वर समेत आसपास के जंगलों में आग धधक रही है.
हाई कोर्ट कॉलोनी पर खतरा: रिपोर्टों के अनुसार, नैनीताल के जिला मुख्यालय के पास लगी आग से पाइंस क्षेत्र में स्थित हाई कोर्ट कॉलोनी के निवासियों को खतरा है और यातायात भी प्रभावित हुआ है.
खाली घर जलकर खाक: पाइंस के पास एक पुराने और खाली घर में आग लग गई है. इससे हाई कोर्ट कॉलोनी को कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन आग इमारतों के बहुत करीब पहुँच गई है. शाम से ही आग पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
सेना के ठिकानों पर खतरा: आग के पाइंस क्षेत्र के पास स्थित सेना के संवेदनशील ठिकानों तक पहुँचने की आशंका है.
नैनी झील में नौकायन पर रोक: नैनीताल प्रशासन ने जंगल की आग के कारण नैनी झील में नौकायन पर रोक लगा दी है.
42 कर्मचारी आग बुझाने में जुटे: नैनीताल के प्रभागीय वन अधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि आग बुझाने के लिए 40 मनोरा रेंज कर्मियों और दो वन रेंजरों को तैनात किया गया है.
24 घंटे में 31 घटनाएं: उत्तराखंड के वन विभाग ने कहा कि पिछले 24 घंटों में राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में जंगल की आग की 26 और गढ़वाल क्षेत्र में 5 घटनाएं हुई हैं. आग से 33.34 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है.
नवंबर से अब तक 575 घटनाएं: पिछले साल 1 नवंबर से राज्य में जंगल की आग की कुल 575 घटनाएं हुई हैं, जिससे 689.89 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है और राज्य को 14 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.
तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया: उत्तराखंड के अधिकारियों ने जखोली और रुद्रप्रयाग में जंगल में आग लगाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. रुद्रप्रयाग के प्रभागीय वन अधिकारी अभिमन्यु ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह कार्रवाई जंगल की आग को रोकने के लिए गठित एक टीम द्वारा की गई.
नई घास के लिए आग लगाई: गिरफ्तार लोगों में से एक जखोली के तडियाल गांव का नरेश भट्ट है, जिसे जंगल में आग लगाते हुए पकड़ा गया. उसने कथित तौर पर आग इसलिए लगाई ताकि उसकी भेड़ों को नई घास मिल सके.
मुख्यमंत्री ने प्रशासन को किया अलर्ट: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रशासन को सतर्क रहने और जंगल की आग को रोकने के उपाय करने के निर्देश दिए हैं.