आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ( Jaish-e-Mohammed) के चीफ मसूद अजहर (Masood Azhar) पर शिकंजा कसने भारत हर मुमकिन कोशिश जारी हैं. इसी कड़ी में भारत को आज बड़ी कामयाबी मिल सकती है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में अगर किसी ने विरोध नहीं जताया तो मसूद को ग्लोबल आतंकी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत कड़ी कार्रवाई की मांग की थी, वहीं मेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ प्रस्ताव रखा था.
वहीं चीन इससे पहले वीटो पॉवर का इस्तेमाल कर वो कई बार मसूद को बचा चुका है. लेकिन इस बार चीन ने कुछ नहीं कहा है. अगर चीन इसी तरह से चुप्पी कायम रखता है तो आज दोपहर तीन बजे तक मसूद अजहर आतंकी घोषित कर दिया जाएगा. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में आतंकी मसूद अजहर के खिलाफ यह प्रस्ताव चौथी बार लाया गया है. बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.
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गौरतलब हो कि 2009 और 2016 में मसूद अजहर पर प्रतिबंध के लिये भारत संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति 1267 के पास गया था. अजहर जनवरी 2016 में पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर हुए हमले का भी मास्टरमाइंड है. 2016 में अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस भी इस प्रस्ताव पर भारत के साथ थे. 2017 में अमेरिका ने ब्रिटेन और फ्रांस के समर्थन से संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति 1267 में एक प्रस्ताव पारित किया था जिसमें पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन के प्रमुख पर प्रतिबंध की मांग की गई थी. वहीं चीन ने हमेशा इन प्रस्तावों को स्वीकार किये जाने की राह में अड़ंगा लगाया था.