Manipur Violence: मणिपुर में नहीं थम रही हिंसा, ताजा गोलीबारी में दो की मौत
हिंसा प्रभावित मणिपुर में शांति की कोशिशों को एक बार फिरबड़ा झटका लगा है. फायरिंग की एक ताजा घटना में दो लोगों की मौत हो गई.
इंफाल: हिंसा प्रभावित मणिपुर में शांति की कोशिशों को एक बार फिरबड़ा झटका लगा है. फायरिंग की एक ताजा घटना में दो लोगों की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक रविवार को दो जगहों पर फायरिंग हुई जिसमें दो लोगों के मारे जाने की खबर है. फायरिंग की पहली घटना फैलेंग गांव में हुई वहीं दूसरी घटना कांगपोकली के थांगबुह में हुई. मणिपुर में हिंसा की ताजा घटनाओं के बाद कमिटी ऑन ट्राइबल यूनिटी ने शटडाउन का ऐलान किया है.
सीओटीयू के महासचिव लाम्मिनलुन सिंगसित ने कहा, 16 जुलाई की मध्य रात्रि से शटडाउन का ऐलान किया गया है. लगातार हो रहे हमले और हत्याओं को देखते हुए ऐसा किया गया है. उन्होंने कहा कि मासूम कुकी लोगों की हत्या हुई है.
मणिपुर में फिर गोलीबारी
बता दें कि शनिवार को भी इंफाल पूर्वी जिले में हिंसा भड़की थी जिसमे एक महिला की जान चली गई. मामले में पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने बताया कि करीब 50 साल की महिला की शनिवार शाम सॉओमबुंग इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई. अधिकारियों ने कहा कि हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए लोगों में पांच महिलाएं थीं और उनके पास से दो आग्नेयास्त्र जब्त किए गए थे.
मई से जारी है हिंसा
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं. इनमें अब तक 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है.
मणिपुर की 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय से है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और यह मुख्यत: पर्वतीय जिलों में रहती है.