भारतीय पर्यटकों के बायकॉट से मालदीव का हुआ बुरा हाल, अच्छे दिनों की आस में अब भारत में रोड शो का प्लान
मालदीव ने भारत को आंख क्या दिखाई उसके बाद खुद उसके रोने के दिन आ गए. मालदीव में भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट जारी है जिससे मालदीव को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है.
नई दिल्ली: मालदीव ने भारत को आंख क्या दिखाई उसके बाद खुद उसके रोने के दिन आ गए. मालदीव में भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट जारी है जिससे मालदीव को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है. ऐसे में भारतीय पर्यटकों को वापस लुभाने के लिए मालदीव भारत के प्रमुख शहरों में रोड शो आयोजित करेगा. मालदीव एसोसिएशन ऑफ ट्रैवल एजेंट्स एंड टूर ऑपरेटर्स ने दोनों देशों के बीच यात्रा और पर्यटन सहयोग बढ़ाने पर यहां भारत के हाई कमिश्नर मुनु महावर (Munu Mahawar) के साथ चर्चा की. Maldives Water Crisis: भारत से 'पंगा' लेने के बाद मालदीव में पेयजल संकट, चीन ने भेजा 1500 टन तिब्बत ग्लेशियर का पानी.
दरअसल भारत के बहिष्कार से मालदीव में विभिन्न क्षेत्रों पर प्रभाव पड़ रहा है, विशेषकर पर्यटन जो मालदीव की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण राजनयिक संबंधों के बीच मालदीव पहुंचने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट जारी है.
माले में भारतीय उच्चायोग में आयोजित एक बैठक में चर्चा के बाद, MATATO ने एक बयान में कहा कि उन्होंने पर्यटन पहल को बढ़ावा देने के लिए मालदीव में भारतीय उच्चायोग के साथ मिलकर सहयोग करने का इरादा व्यक्त किया है. बयान के अनुसार प्रमुख भारतीय शहरों में रोड शो शुरू किया जाएगा. आगामी महीनों में मालदीव में इन्फ्लुएंसर और मीडिया परिचित यात्राओं को सुविधा प्रदान करने की योजना पर काम चल रहा है.
क्या है मामला
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 6 जनवरी को अपने एक्स हैंडल पर लक्षद्वीप की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट की थी. पीएम ने लक्षद्वीप की तुलना मालदीव से की थी, जिसके बाद मंत्रियों सहित कई मालदीव के अधिकारियों ने उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. इस पर भारत की तरफ से भी मालदीव पर प्रतिक्रिया व्यक्त की गई थी. इसके बाद मालदीव को गंभीर प्रतिक्रिया और बहिष्कार अभियान का सामना करना पड़ा.