महाराष्ट्र में कोरोना के संकट के साथ सियासी मुसीबत भी उद्धव ठाकरे के लिए किसी चैलेंज से कम नहीं है. यही कारण है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से फोन पर बात की. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक फोन पर उन्होंने पीएम मोदी को महाराष्ट्र के सियासी संकट से अवगत के बारे में अवगत कराया. सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम से मदद के लिए कहा और उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो उन्हें इस्तीफा देना होगा. वहीं रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा कि वह इस मामले को देखेंगे और अधिक जानकारी प्राप्त करेंगे. संविधान के अनुसार किसी सदन का उद्धव ठाकरे को 28 मई से पहले सदस्य बनना आवयश्क है. लेकिन अभी तक उद्धव ठाकरे न तो राज्य की विधानसभा के सदस्य बन पाये हैं.
अगर उद्धव किसी भी सदन के सदस्य नहीं बन पाते हैं तो ऐसे हालत में उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है. इससे पहले महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (Maharashtra Vikas Aghadi) सरकार का समर्थन करने वाले चार पार्टी के नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने मंत्रिमंडल की सिफारिश पर विचार करने का निवेदन किया था.
Maharashtra CM Uddhav Thackeray called PM about his nomination. He asked for help, saying if it doesn’t happen he will have to resign. PM said he will look at the matter and get more details: Sources tell ANI (File pics) pic.twitter.com/GPUgx62CG8
— ANI (@ANI) April 29, 2020
गौरतलब हो कि उद्धव ठाकरे ने पिछले साल 28 नवंबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. वर्तमान में उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र विधानसभा के किसी भी सदन के सदस्य नहीं है. जबकि भारत के संविधान के अनुसार किसी भी राज्य का मंत्री या मुख्यमंत्री वहां के विधान परिषद या विधानसभा का सदस्य होना चाहिए. ऐसे में शपथ ग्रहण के छह महीनों के भीतर निर्वाचित होना अनिवार्य है. ऐसे नहीं करने पर पद से इस्तीफा देना पड़ता है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का छह महीने का कार्यकाल 28 मई को पूरा होने जा रहा है. अगर बात नहीं बनी तो उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ सकता है.