महाराष्ट्र: लॉकडाउन के चलते मुश्किल में सेक्स वर्कर्स, दो वक्त के खाने के लिए भी करना पड़ रहा संघर्ष
लॉकडाउन के चलते महाराष्ट्र के सेक्स वर्कर्स को इन दिनों काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सेक्स वर्कर्स का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से उनका बहुत बुरा हाल है.
महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. राज्य में अब तक 781 लोगों को कोरोना की पुष्टि हो चुकी है, वहीं 46 लोगों की मौत हो गई है. सोमवार को 33 नए मामले सामने आएं हैं. कोरोना वायरस से निपटने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत हैं. लोगों तक हरसंभव मदद के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते महाराष्ट्र के सेक्स वर्कर्स (Sex workers) को इन दिनों काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सेक्स वर्कर्स का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से उनका बहुत बुरा हाल है. दो वक्त के खाने के लिए भी काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. सेक्स वर्कर्स का कहना है कि उनके पास न तो पैसे हैं ना कोई और विकल्प है.
मुंबई के कमाठीपुरा में सेक्स वर्कर्स ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया, " हमें इन दिनों काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हमें अपने और अपने परिवार की दिन-प्रतिदिन की जरूरतों को पूरा करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. इनमें से एक का कहना है, "हमें कोई राशन नहीं मिल रहा है, हमें केवल वही खाना मिलता है जो एनजीओ द्वारा हमें दिया जाता है." यह भी पढ़ें- Coronavirus: महाराष्ट्र सरकार का फैसला- आने वाले कुछ महीनों के लिए मंत्रालय में बिना फेस मास्क के नहीं मिलेगी एंट्री.
मुश्किल में सेक्स वर्कर्स-
इससे पहले महाराष्ट्र के नाशिक के पास भद्रकाली के सेक्स वर्कर्स ने भी अपनी परेशानी न्यूज एजेंसी से जाहिर की थी. भद्रकाली में रहने वाली सेक्स वर्कर्स ने कहा था, लॉकडाउन की वजह से उनके हाल बेहाल हो गए हैं. उनके पास इन दिनों दो वक्त के खाने का भी सहारा नहीं है. सरकार की तरफ से भी उनकी मदद नहीं की जा रही है.
सेक्स वर्कर्स का कहना है कि लॉकडाउन के बीच जब सरकार सबकी मदद कर रही है तो हमें क्यों छोड़ा जा रहा है. सरकार हमारे लिए कुछ क्यों नहीं कर रही है. उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. उनका कहना है कि और लोगों की तरह सरकार को हमारी भी मदद करनी चाहिए.