महाराष्ट्र: बाढ़ पीड़ित महिलाओं ने नेवी के जवानों को बांधी राखी, लिया सुरक्षा का वचन

महाराष्ट्र के कई जिलों में इन दिनों बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. तबाही की निशान हर तरफ फैले हुए हैं. बाढ़ पीड़ितों की मदद में नौसेना के जवान अपने दिन-रात एक कर रहे हैं. इसलिए बाढ़ पीड़ितों की मदद करने पहुंचे नेवी के जवानों की कलाई पर बाढ़ पीड़ित महिलाओं ने राखी बांधी है. इसके बदले सैनिकों ने महिलाओं को इस मुसीबत से निकालने का वचन दिया.

महाराष्ट्र समेत केरल, कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश सहित देशभर के कई राज्यों बाढ़ की मार झेल रहे हैं. हार तरफ पानी की तबाही ही देखने को मिल रही है. हर राज्य से बाढ़ की कई भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं. इस प्राकृतिक आपदा में अलग-अलग राज्यों में अब तक 100 से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं. इस भारी के तबाही के बीच कुछ ऐसी तस्वीरें और वीडियोज सामने आ रहे हैं जो इंसानियत और प्रेम की अलग ही परिभाषा दे रहे हैं. इसी कड़ी में महाराष्ट्र से कुछ खूबसूरत तस्वीरें सामने आई हैं, जहां महिलाओं ने नेवी सैनिकों की कलाई पर राखी बांधकर उनसे अपनी सुरक्षा का वचन लिया.

महाराष्ट्र के कई जिलों में इन दिनों बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. तबाही की निशान हर तरफ फैले हुए हैं. बाढ़ पीड़ितों की मदद में नौसेना के जवान अपने दिन-रात एक कर रहे हैं. पीड़ितों को सुरक्षित बाहर निकलना हो या उन्हें जरुरत का सामान पहुंचाना नौसेना के जवान हर दम अपना जज्बा बढ़ाकर काम कर रहे हैं. नौसेना के जवान इन बाढ़ पीड़ितों के लिए किसी देवदूत के बराबर ही हैं.

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महिलाओं ने नेवी के जवानों को बांधी राखी-

इसलिए बाढ़ पीड़ितों की मदद करने पहुंचे नेवी के जवानों की कलाई पर बाढ़ पीड़ित महिलाओं ने राखी बांधी है. इसके बदले सैनिकों ने महिलाओं को इस मुसीबत से निकालने का वचन दिया. यह तस्वीरें महाराष्ट्र के कोल्हापुर और राजापुर की हैं. यहां महिलाओं ने इन भाईयों की कलाई पर प्रेम की डोर बांधी और इस तरह 4 दिन पहले ही यहां रक्षाबंधन का त्योहार मनाया गया.

महाराष्ट्र में बाढ़ से अबतक करीब 30 लोगों की मौत हो चुकी है. 2.03 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापुर जिले एवं सतारा के कई हिस्से पिछले पांच दिनों से बाढ़ की चपेट में हैं. भारी बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण नदियां उफान पर आ गईं हैं और ये क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं.

राज्य में आई बाढ़ को लेकर सामाजिक और धार्मिक संस्थान आगे आ रही हैं. बाढ़ पीड़ितों की मदद को लेकर खाद्य सामग्री, कपड़े, दवाइयां और आर्थिक मदद जुटाई जा रही हैं. ऐसे में शिरडी के श्री साईबाबा संस्थान ट्रस्ट ने महाराष्ट्र के विभिन्न भागों में बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए राहत के तौर पर 10 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है.

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