Maharashtra Election Results 2024: महाराष्ट्र के नतीजों में महायुति को बंपर बहुमत, 'लाडली बहना योजना समेत ये हो सकते हैं जीत के प्रमुख कारण
महाराष्ट्र में विधानसभा की वोटों की गिनती जारी है. अब तक रुझान के अनुसार प्रदेश में बीजेपी गठबंधन की बड़ी जीत होती नजर आ रही है.
Maharashtra Election Results 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा की वोटों की गिनती जारी है. अब तक रुझान के अनुसार प्रदेश में बीजेपी गठबंधन की बड़ी जीत होती नजर आ रही है. चुनाव आयोग के रुझान के अनुसार महराष्ट्र में महायुती में बीजेपी को करीब 126 , शिंदे गुट को 56, अजित पवार की एनसीप 35 सीटों पर जीतती नजर आ रही है. फिलहाल वोटों की गिनती जारी हैं. चुनाव के रुझान में आंकड़े कम और कुछ जायदा हो सकते हैं. कुछ पॉइंट में समझते हैं कि महाराष्ट्र में महायुती को कैसे जीत मिली
लड़की बहिन योजना:
राजनितिक जानकारों की माने तो बीजेपी गठबंधन की सरकार को लाडली बहन योजन के चलते बड़ा फायदा हुआ है. महिलाओं को लगा कि महायुती एक बार फिर से वापस आएगी तो वह 15 नहीं बल्कि 21 सुन रुपये का जो वादा किया है. वह जरूर पूरा करेगी. जिससे महिलाओं ने महायुती को वोट किया. यह पढ़े: Maharashtra Election Results: लाडकी बहिन ने किया सभी को चारों खाने चित्त! महाराष्ट्र में महायुती को प्रचंड बढ़त के हैं ये कारण
टीएमटी की बसों में महिलाओं को हाफ टिकट की सुविधा
महाराष्ट्र चुनाव से पहले शिंदे सरकार ने टीएमटी की बसों में बुजुर्गों को फ्री यात्रा, महिलाओं को हाफ टिकट की सुविधा का ऐलान किया था. जिस ऐलान को लेकर कहा जा रहा है कि बीजेपी की जीत का यह भी एक वजह हो सकता है.
‘एक हैं तो सेफ हैं' BJP का नारा:
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने नारा दिया था.‘एक हैं तो सेफ हैं'. कहा जा रहा है कि बीजेपी के जीत का एक यह भी वजह हो सकता है. क्योंकि इस नारे को बीजेपी के बाद पीएम मोदी ने भी दिया था.
हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण
महायुती के नेताओं ने हिंदू और मुस्लिम वोटरों को साधने की सफल कोशिश की. एक तरफ बंटेंगे तो कटेंगे का नारा देकर हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण करने का प्रयास किया और दूसरी तरफ शिंदे सरकार ने मदरसों के शिक्षकों की सैलरी बढ़ाकर ये साफ कर दिया कि वह मुस्लिम विरोधी नहीं हैं. जिस वजह से काह जा रहा है कि बीजेपी गठबंधन महायुती को मुस्लिम और हिंदू दोनों का वोट मिला.
महाराष्ट्र में मुकाबला सत्ताधारी महायुति और विपक्षी एमवीए गठबंधन के बीच है. महायुति गठबंधन में भाजपा ने 149 सीटों पर, शिवसेना (शिंदे) 81 सीटों पर और अजित पवार की एनसीपी 59 सीटों पर प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं. जबकि, महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में कांग्रेस 101, शिवसेना (यूबीटी) 95 और एनसीपी (एसपी) 86 सीटों पर चुनाव लड़ी.