मुंबई, 5 अगस्त : महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर शुक्रवार को राजभवन के बाहर प्रदर्शन करने की कोशिश करने वाले कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और पार्टी के मुंबई प्रमुख भाई जगताप के नेतृत्व में सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बैनर और पोस्टर हाथों में लेकर सरकार विरोधी नारे लगाए. नरीमन प्वाइंट पर विधान भवन के पास पुलिस के एक बड़े दल ने उन्हें रोक दिया, क्योंकि वे मालाबार हिल में राज्यपाल निवास की ओर मार्च कर रहे थे.
पटोले ने कहा, "हम लोकतांत्रिक तरीके से, शांतिपूर्वक विरोध कर रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए राजभवन जा रहे थे. लोग बढ़ती कीमतों और आसमान छूती महंगाई के साथ ही युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी, जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के कारण उत्पीड़ित और संबंधित मुद्दों से पीड़ित हैं." पटोले और जगताप के अलावा, कांग्रेस विधायक दल के प्रमुख बालासाहेब थोराट, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, चंद्रकांत हंडोर, वर्षा गायकवाड़ जैसे पार्टी के शीर्ष नेताओं को हिरासत में ले लिया गया. इसके बाद उन्हें एक पुलिस वैन में ले जाया गया और स्थानीय पुलिस स्टेशन भेज दिया गया. यह भी पढ़ें : डरा रहा बलिया नाला, नैनीताल के रहवासी बोले- हल्की बारिश में ही हिलने लगे हैं मकान
पुलिस कार्रवाई की आलोचना करते हुए थोराट ने कहा कि लोकतंत्र में, 'हमें विरोध करने का अधिकार है' लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार 'हमें चुप कराने की कोशिश कर रही है'. थोराट ने चेताते हुए कहा, "स्वतंत्रता से पहले भी, हमें विरोध करने का अधिकार था और हम आम जनता की कठिनाइयों के खिलाफ आवाज उठाना जारी रखेंगे." पुलिस ने महाराष्ट्र के अन्य प्रमुख शहरों में किए गए प्रदर्शनों के अलावा अखिल भारतीय आंदोलन के तहत कांग्रेस के झंडे वाले वाहनों और मुंबई और राज्य के विभिन्न हिस्सों से राजभवन पहुंचने का प्रयास करने वाले वाहनों को भी रोक दिया है.