बेंगलुरु: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पार्टी के नेता वारिस पठान (Waris Pathan) कर्नाटक के गुलबर्गा में आयोजित के रैली के दौरान उन्होंने विवादित बयान दिया. जिनके उस बयान को लेकर विरोध होना शुरू हो गया है. बीजेपी के नेताओं का कहना है कि उन्हें अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए. नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. लोगों के विरोध के बाद विवादित टिप्पणी पर वारिस पठान दे सफाई दी है. उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर कर पेश किया जा रहा है. इसलिए वे माफी नहीं मांगेंगे.
बात दें कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर पूरे देश में हो रहे विरोध को लेकर वारिस पठान कर्नाटक के गुलबर्गा में आयोजित के रैली में शामिल होने के लिए गये थे. जहां पर वे लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि '100 करोड़ (हिंदुओं) पर 15 करोड़ (मुस्लिम) भारी पड़ेंगे.' उन्होंने कहा कि अगर आजादी दी नहीं जाती तो छीननी पड़ेगी.
Waris Pathan, AIMIM leader: Waris Pathan is the last person who will speak against any religion or the country. My statement is being misconstrued and twisted. I am not apologizing. It is BJP which is trying to segregate Indians. https://t.co/RV8gRLFjSx pic.twitter.com/51R49KcTHn
— ANI (@ANI) February 20, 2020
गौरतलब हो वारिस पठान मुंबई के भायखला विधानसभा सीट से एआईएमआईएम से विधायक रह चुके हैं. 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी एआईएमआईएम के टिकट पर चुनाव लड़े. लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा.