![Mahakumbh Stampede: मृतकों को CM योगी ने नाम आंखों से दी श्रद्धांजलि, किया 25-25 लाख की मदद का ऐलान Mahakumbh Stampede: मृतकों को CM योगी ने नाम आंखों से दी श्रद्धांजलि, किया 25-25 लाख की मदद का ऐलान](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2025/01/mkss-380x214.jpg)
प्रयागराज: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर मंगलवार देर रात पवित्र स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने से मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए. इस दुखद घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नम आंखों से मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है, साथ ही परिजनों को सांत्वना दिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर न्यायिक जांच करने का आश्वासन दिया है. जिससे प्रशासन में कहां चूक हुई इसका पता लगाया जा सके.
सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान भी किया है. सीएम ने कहा, "जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. साथ ही परिवारजनों को प्रदेश सरकार की ओर से 25-25 लाख की घोषणा की है."
भावुक हुए CM योगी
महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में हुई घटना अत्यंत दु:खद है, मर्माहत करने वाली है।
मृतकों को विनम्र श्रद्धांजलि व मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं... pic.twitter.com/IuJ8Sz2GTh
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 29, 2025
हादसे में 30 लोगों की मौत
महाकुंभ में मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए. उत्तर प्रदेश सरकार भगदड़ में मरने वालों की संख्या को लेकर दिन भर चुप्पी साधे रही. हालांकि घटना के लगभग 16 घंटे बाद बुधवार देर शाम पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) वैभव कृष्ण ने मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के साथ संयुक्त रूप से संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बताया कि भगदड़ में कुल 90 लोग घायल हुए थे, जिनमें से 30 की मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि 25 मृतकों की पहचान हो गयी है और बाकी की पहचान की जा रही है. अधिकारी ने बताया कि मृतकों में कर्नाटक के चार, असम और गुजरात के रहने वाले एक-एक व्यक्ति भी शामिल हैं. डीआईजी ने बताया कि कुछ लोग घायल हुए अपने परिवार के सदस्यों को लेकर चले गये.
अचानक मची भगदड़
डीआईजी वैभव कृष्ण ने भगदड़ के कारण के बारे में बताया, “मौनी अमावस्या पर स्नान के लिये ब्रह्म मुहूर्त से पहले देर रात एक से दो बजे के बीच मेला क्षेत्र में अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ का दबाव बना. उस दबाव के कारण दूसरी ओर के अवरोधक टूट गए और भीड़ के लोगों ने अवरोधक लांघ कर दूसरी तरफ ब्रह्म मुहूर्त के स्नान का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को अनजाने में कुचलना शुरू कर दिया. इसी वजह से यह घटना हुई.”