भोपाल: कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा असर गरीबों की जिंदगी पर पड़ा है, मध्य प्रदेश सरकार ने गरीबों की मदद के लिए कदम बढ़ाया है, संबल योजना के तहत लगभग 17 हजार गरीबों के खाते में 379 करोड़ की राशि अंतरित (ट्रांसफर) की गई है. गरीबों के खाते में राशि अंतरित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गरीबों का हित करना राज्य शासन की प्राथमिकता में है. गरीब मजदूर वर्ग को संकट के समय संबल देने के लिये ही संबल योजना बनाई गई है. योजना में प्रदेश के 16 हजार 844 हितग्राहियों के खाते में 379 करोड़ रुपये अंतरित किये गये हैं.कोरोना काल के संकट में यह सहायता राशि गरीब परिवारों के लिये काफी उपयोगी साबित होगी.
मुख्यमंत्री चौहान ने हितग्राहियों से संवाद करते हुए कहा कि संकट के कठिन समय में संबल योजना के 16 हजार 844 हितग्राहियों को की गई आर्थिक मदद के साथ तीन माह का निशुल्क राशन भी दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. यह भी पढ़े: मध्य प्रदेश में COVID-19 के खिलाफ जारी लड़ाई में भारतीय सेना राज्य सरकार का देगी साथ
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संबल योजना गरीबों की ताकत है. प्रदेश में मुख्यमंत्री जन-कल्याण संबल योजना के अंतर्गत असंगठित क्षेत्र के गरीब श्रमिक परिवारो के सदस्यों की मृत्यु, अपंगता, आंशिक अपंगता की स्थिति में उन्हें अथवा उनके परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है. योजना की शुरूआत से अब तक विगत तीन वर्षो में प्रदेश के 2 लाख 44 हजार 844 हितग्राहियों अथवा उनके परिजनों के खातों में दो हजार 286 करोड़ की राशि अंतरित की गई है.
संबल योजना के अंतर्गत श्रमिकों की दुघर्टना मृत्यु पर चार लाख रुपए की राशि उनके आश्रितों को दी जाती है. इसी प्रकार सामान्य मृत्यु अथवा स्थायी अपंगता की स्थिति में दो-दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि मुख्यमंत्री जन-कल्याण संबल योजना में दी जाती है. श्रमिक के आंशिक स्थायी अपंगता की स्थिति में उसे एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता एवं अंत्येष्ठि सहायता के रूप में पांच हजार रुपए दिये जाने का प्रावधान भी योजना में है.