मध्यप्रदेश में सियासी संकट: सरकार बचाने के लिए कमलनाथ की नई चाल, मंत्रियों का लिया इस्तीफा, बनाएंगे नई कैबिनेट
सीएम कमलनाथ (Photo Credits: IANS)

भोपाल: मध्यप्रदेश में पिछले एक हफ्ते से चल रहे सियासी संकट के बाद कहा जा रहा था कि कमलनाथ सरकार का क्या होगा. सोमवार को मध्यप्रदेश की राजनीति तब और गरमा गई जब ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के कई विधायकों के फोन बंद आने लगे. इसके बाद यह साफ होने लगा कि पार्टी से नाराज चल रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुट के विधायकों के चलते कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी और उनकी सरकार गिर जाएगी. लेकिन सोमवार देर शाम होते-होते कमलनाथ (Kamal Nath) ने खुद की सरकार बचाने को लेकर एक नई चाल चली और अपने 20 मंत्रियों का रात में इस्तीफा ले लिया. जो अब उनके नेत्रित्व में मंत्रियों की एक नई कैबिनेट बनाई जाएगी.

वहीं कांग्रेस पार्टी की तरफ से खबर हैं कि मंत्रियों के इस्तीफे के बाद मंगलवार शाम पांच बजे विधायक दल की एक बैठक बुलाई गई है. राज्य सरकार में लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा जो इस्तीफा देने के बाद सोमवार की रात मुख्यमंत्री आवास से निकलने के बाद मीडिया के बातचीत में कहा, "सीएम  कमलनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में मौजूद 20 मंत्रियों ने अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं. हम बीजेपी की घृणित चाल को पूरा नहीं होने देंगे." यह भी पढ़े: कमलनाथ सरकार पर सियासी संकट: बीजेपी पार्टी में ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत को तैयार, अंतिम फैसला खुद पर छोड़ा

बैठक में मौजूद  सभी मंत्रियों ने दिया इस्तीफा:

मध्यप्रदेश में सभी मंत्रियों के इस्तीफे के बाद राहुल गांधी कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के लिए उनके 10 जनपथ आवास पहुंचे. कहा जा रहा है आगे कि रणनीति क्या होगी वह उस पर चर्चा करेगें. क्योंकि मंगलवार को शाम पांच बजे विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. ऐसे में सरकार में किसे लिया जाए और किसे ना लिया जाए उस पर चर्चा होगी. ताकि मध्यप्रदेश में सरकार बची रहे.

 इस्तीफा देने वाले मंत्री पीसी शर्मा का बयान:

बता दें कि राज्य में पिछले एक हफ्ते से सियासी पारा चढ़ा हुआ था. पहले दस विधायकों के गायब होने से कमल नाथ सरकार संकट में आई थी, उसके बाद सोमवार को खबर आई कि सिंधिया के समर्थक 17 विधायक भोपाल में नहीं हैं, वे दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. इतना ही नहीं, कुछ विधायकों के बेंगलुरू ले जाने की बातें कही गईं. इन विधायकों और मंत्रियों, जिनमें गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, महेंद्र सिंह सिसौदिया, तुलसी सिलावट शामिल थे. जिनके के फोन बंद आ रहे थे. (इनपुट आईएएनएस)