उमा भारती के शराबबंदी और नशा मुक्ति के लिए अभियान चलाने के ऐलान से मध्यप्रदेश की नई आबकारी नीति पर सस्पेंस
मध्यप्रदेश की नई आबकारी नीति पर कुहासा छाने लगा है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराबबंदी और नशा मुक्ति के लिए अभियान चलाने का ऐलान किया है.
भोपाल, 11 फरवरी : मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की नई आबकारी नीति पर कुहासा छाने लगा है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराबबंदी और नशा मुक्ति के लिए अभियान चलाने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने भी नशा मुक्ति अभियान को समाज के लिए जरुरी बताया है. राज्य में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार आगामी वित्त वर्ष में नई आबकारी नीति लाने की तैयारी में है और इस नई आबकारी नीति में ऑनलाइन शराब बिक्री को प्राथमिकता दिया जाना प्रस्तावित भी है. इसी दौरान पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराबबंदी की न केवल पैरवी की है बल्कि राज्य में आठ मार्च महिला दिवस से नशा मुक्ति अभियान चलाने का ऐलान भी किया है.
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती द्वारा नशा मुक्ति अभियान चलाने की घोषणा के बाद भाजपा के भीतर ही हलचल मची हुई है. यही कारण है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी नशा मुक्ति को समाज के लिए जरूरी बताया है, साथ ही जन जागृति की बात कही है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने भी शराबबंदी का समर्थन किया था. यह भी पढ़ें : एक नेता को कैसा होना चाहिए, पंडित दीनदयाल बहुत बड़ा उदाहरण : पीएम मोदी
सूत्रों का कहना है कि, शराबबंदी और नशा मुक्ति को लेकर प्रदेश में छिड़ी बहस से भाजपा और सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं. राज्य में आगामी समय में नगरीय निकाय के चुनाव होने वाले हैं और भाजपा के साथ सरकार भी कतई नहीं चाहती कि किसी भी तरह का कोई मुद्दा गरमाए, इसलिए सरकार नई आबकारी नीति को फिलहाल ठंडे बस्ते में डालने के मूड में है.