मध्य प्रदेश में भी कोरोना वायरस अपना प्रकोप दिखा रहा है. कोरोना वायरस के कारण यहां भी लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की अपील सरकार कर रही है. लेकिन उसके बाद भी लॉकडाउन के नियमों की अनदेखी की खबरें सामने आ रही है. एक ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के सागर से सामने आया है. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक जहां पर जैन संत के स्वागत में बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी थी. वहीं इस मामले की जानकारी की मिलने के बाद एसएसपी प्रवीण भूरिया ने जांच का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि अगर सोशल डिस्टेंसिंग नियमों और धारा 144 का उल्लंघन किया गया है आयोजक के खिलाफ कर्रवाई की जा सकती है. लॉकडाउन के दौरान भीड़ के इकठ्ठा होने पर पाबंदी है.
बता दें कि मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या मंगलवार को चार हजार के करीब पहुंच गई है. राज्य में सबसे अधिक कोरोना के मरीज इंदौर और उजैन में पाए जा रहे हैं. अगर रिपोर्ट पर नजर डालें तो मंगलवार को जारी बुलेटिन के बताया गया है कि राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 3785 से बढ़कर 3986 हो गई है. इंदौर में सबसे ज्यादा मरीज हैं और संख्या दो हजार को पार करते हुए 2016 हो गई है. वहीं राज्य सरकार कह रही है कि सरकार कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की चपेट में आने से कई पुलिसकर्मियों की मौत भी हो चुकी है. वहीं कोरोना मरीजों को लेने गई डॉक्टरों के टीम पर भी हमला की घटना सामने आ चुकी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मचारियों के बीच कोरोना वायरस (Covid-19) के संक्रमण फैलने के लिये प्रदेश की पिछली कमलनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.