स्कूल प्रशासन ने परीक्षा में बैठने से किया मना, तो ट्रेन के सामने कूदकर 12वीं कक्षा के छात्र ने दे दी अपनी जान 

स्कूल प्रशासन द्वारा परीक्षा में बैठने से मना किए जाने से व्यथित होकर मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव थाना इलाके में 12वीं कक्षा के एक छात्र ने ट्रेन के सामने कूदकर बुधवार की रात कथित रूप से आत्महत्या कर ली.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

नरसिंहपुर: स्कूल प्रशासन (School Administration) द्वारा परीक्षा (Examination) में बैठने से मना किए जाने से व्यथित होकर मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर (Narsinghpur)  जिले के गोटेगांव थाना इलाके में 12वीं कक्षा (12th class Student) के एक छात्र (Student) ने ट्रेन के सामने कूदकर बुधवार की रात कथित रूप से आत्महत्या (Suicide) कर ली. उसका शव बृहस्पतिवार की सुबह रेलवे पटरियों में मिला है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश तिवारी के मुताबिक, 18 वर्षीय छात्र निशांत विश्वकर्मा का शव गुरुवार की सुबह गोटेगांव में रेलवे पटरियों पर बरामद किया गया.

बताया जा रहा है कि छात्र नरसिंहपुर जिले स्थित जवाहरलाल केन्द्रीय नवोदय विद्यालय बोहानी में 12वीं कक्षा का छात्र था और गोटेगांव का निवासी था. उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले को गम्भीरता से लेकर जांच की जा रही है.

आत्महत्या करने से 10 मिनट पहले उसने अपने भाई के फेसबुक पर एक संदेश भी छोड़ा था, जिसमें उसने लिखा था, ‘‘सॉरी यारो… आई एम सैड.  ये करना पड़ा यार, रोना नहीं....’’ यह भी पढ़ें: Shocking! 'छोटी जाति' का होने की मिली ऐसी सजा, पड़ोसियों ने नहीं की अंतिम संस्कार में मदद, तो साइकिल पर मां की लाश ले जाने को मजबूर हुआ बेटा

निशांत के पिताजी गोपीलाल विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि उसे नवोदय विद्यालय की प्रिंसिपल ने दो बार कक्षा से निलंबित कर दिया था. उन्होंने दावा किया इस बार निशांत के पैरों में फोड़े थे, जिससे उसे तकलीफ थी, इसलिए वह वहां इलाज नहीं करा पाने के कारण घर आ गया था. वह अवसादग्रस्त था.

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