लखनऊ, 6 जून : उत्तर प्रदेश के लखनऊ में तीन साल की बच्ची के अपहरण और बलात्कार के आरोपी को शुक्रवार को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने आरोपी की पहचान दीपक वर्मा के रूप में की, जिसमें वह बच्चे के साथ दिखाई दिया. अधिकारियों ने बताया कि वह आदतन अपराधी है और शहर के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस उपायुक्त (मध्य क्षेत्र) आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद पांच पुलिस टीमें गठित की गईं और उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया. सीसीटीवी फुटेज के जरिए उसकी पहचान करने के बाद पुलिस ने उसके स्कूटर का रजिस्ट्रेशन नंबर हासिल कर लिया. बाद में, एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार तड़के छावनी के देवी खेड़ा के पास वर्मा को पकड़ लिया. श्रीवास्तव ने बताया, "जब उससे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, तो उसने पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं. जवाबी फायरिंग में वह घायल हो गया."
डीसीपी श्रीवास्तव ने मामले की जानकारी दी. उन्होंने बताया, "5 जून की सुबह 10 बजे शिकायत दर्ज कराई गई कि ढाई साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया है. मुकदमा दर्ज कर पांच टीमें गठित की गईं. स्कूटर की सीसीटीवी फुटेज के अनुसार आरोपी की पहचान दीपक वर्मा के रूप में हुई. पुलिस आयुक्त को एक लाख रुपये का इनाम घोषित करने का प्रस्ताव दिया गया. 20 घंटे के भीतर पुलिस टीम और आरोपी के बीच मुठभेड़ हो गई."आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया. यह भी पढ़ें : तेजस्वी यादव पर जदयू का पलटवार, कहा- ‘जंगल राज’ खत्म करने के लिए नीतीश कुमार सीएम बने
पुलिस ने गुरुवार को बताया कि बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उसे बेहोशी की हालत में मेट्रो पुल के नीचे छोड़ दिया गया. यह घटना लखनऊ के आलमबाग इलाके में हुई. बच्ची अपने माता-पिता के साथ चंदानगर मेट्रो स्टेशन के पास रहती थी. सुबह बच्ची नहीं मिलने पर माता-पिता ने बच्ची की तलाश शुरू की. कुछ देर बाद बच्ची मेट्रो पुल के नीचे बेहोशी की हालत में मिली. परिजनों ने बच्ची को लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया और आलमबाग थाने में तहरीर दी. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की.













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