Loksabha Election 2024: राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने मंच साझा कर भाजपा पर बोला हमला
गाजियाबाद में राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने बुधवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधा.
गाजियाबाद, 17 अप्रैल : गाजियाबाद में राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने बुधवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधा. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बेरोजगारी और नौजवानों का मुद्दा उठाया तो राहुल गांधी ने इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर भाजपा को घेरा.
अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले दिनों में पश्चिम का माहौल बदलने जा रहा है. गाजियाबाद से गाजीपुर तक इंडिया गठबंधन सफाया करने का काम करेगा. आज किसान दुखी है. तमाम जो वादे किए थे, भाजपा की हर बात झूठी निकली. न आय दोगुनी हुई. न नौजवान को नौकरी मिली. यह भी पढ़ें : Rahul Gandhi Press Conference: ‘अमेठी-रायबरेली की बजाय केरल के वायनाड से चुनाव क्यों लड़ रहे?’, पत्रकार द्वारा पूछने पर राहुल गांधी ने कहा- ये बीजेपी का सवाल है (Watch Video)
उन्होंने कहा, जो विकास के सपने दिखाए, वो भी अधूरे हैं. नैतिकता का बुलबुला भी फूट गया है. इलेक्टोरल बॉन्ड ने इनका बैंड बजा दिया. भाजपा सभी भ्रष्टाचारियों का गोदाम बन गई है.
अखिलेश ने कहा, ''होर्डिंग देखिए. डबल इंजन की बात करते थे, लेकिन वहां अकेले दिखाई देते हैं. इनके प्रत्याशी होर्डिंग से गायब हैं. चुनाव बाद जो होर्डिंग पर हैं, वो भी गायब हो जाएंगे. चुनाव बाद इनका सफाया होने जा रहा है. इनका एक ही नारा है झूठ बोलने का और लूटने का. लूट और झूठ भाजपा की पहचान बन गई है.''
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने 60 लाख नौजवानों का भविष्य अंधेरे में डाला. भाजपा का 2 लाख 25 हजार वोट हर लोकसभा में कम हुआ है. इसलिए एक भी वोट बंट न पाए. जहां हमें मतदान करना है, वहीं हमें सावधान भी रहना है. तभी भाजपा का सफाया होगा. ये देश का चुनाव है. देश की जनता बदलाव चाहती है. बदलाव की हवा पश्चिम यूपी से चल रही है.
राहुल गांधी ने पहले देशवासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं दीं. इसके बाद उन्होंने कहा कि ये चुनाव विचारधारा का चुनाव है. एक तरफ आरएसएस, भाजपा है जो संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रही है. दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन है जो लोकतंत्र और संविधान की रक्षा कर रहा है. चुनाव में दो-तीन बड़े मुद्दे हैं.
प्रमुख मुद्दे बेरोजगारी, महंगाई, भागीदारी हैं. कभी प्रधानमंत्री समुद्र के नीचे चले जाते हैं, कभी सी प्लेन पर चले जाते हैं. मगर मुद्दों पर न प्रधानमंत्री और न भाजपा बात करती है. कुछ दिन पहले पीएम मोदी ने समाचार एजेंसी को लंबा इंटरव्यू दिया. स्क्रिप्टेड था, फ्लॉप शो था.
राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने उस इंटरव्यू में इलेक्टोरल बॉन्ड समझाने की कोशिश की. वे कहते हैं कि ये सिस्टम ट्रांसपेरेंसी के लिए लाया गया है. राजनीति को साफ करने के लिए लाया गया है. अगर ये सच है तो उस सिस्टम को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द क्यों किया?
अगर आप ट्रांसपेरेंसी लाना चाहते हैं तो जिन्होंने भाजपा को हजारों करोड़ दिए, उनका नाम आपने क्यों छुपाया. चंदा देने की तारीखें भी छिपाईं. पता चला है कि हजारों करोड़ का ठेका किसी कंपनी को मिलता है, उसके तुरंत बाद वो कंपनी भाजपा को चंदा देती है.
उन्होंने कहा, सीबीआई, ईडी की कार्रवाई शुरू होते ही कंपनी भाजपा को करोड़ों रुपये देती है. उसके बाद ये कार्रवाई बंद हो जाती है. इसको एक्सटॉर्शन कहते हैं. इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम देश की सबसे बड़ी एक्सटॉर्शन स्कीम है. राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा को 20 दिन पहले लग रहा था कि 180 तक सीटें तक जाएंगे. अब मुझे लगता है कि भाजपा की 150 तक सीटें ही आएंगी. मुझे हर राज्य से ऐसी ही रिपोर्ट आ रही है.