कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भाजपा के राष्ट्रवाद पर सवाल उठाते हुए रविवार को कहा कि भाजपा प्रत्याशियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट मांगना आखिर किस तरह का राष्ट्रवाद है ? अमेठी लोकसभा सीट के गांवों के दौरे पर प्रियंका ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा ''‘मैं ही मोदी’ में कौन सा राष्ट्रवाद है ? राष्ट्रवाद का क्या मतलब है.... इसका मतलब है देशभक्ति और देशप्रेम देश कौन है.... देश की जनता और उसका प्रेम है. अगर आपको सिर्फ अपना ही मोह है तो यह कैसा राष्ट्रवाद है ?''
प्रियंका से पूछा गया था कि लोकसभा चुनाव में ज्यादातर भाजपा प्रत्याशी व्यक्तिगत छवि के बजाय मोदी के नाम पर वोट मांगते हुए 'मैं ही मोदी' नारे का सहारा ले रहे हैं. क्या राष्ट्रवाद से इसका कोई लेना—देना है?
कांग्रेस महासचिव ने मोदी की रैलियों में भीड़ उमड़ने पर कहा कि पैसे के बलबूते जीप और बसों में भरकर लाखों की भीड़ इकट्ठा करके उनके सामने भाषण देना या प्रचार वाले संदेश देना बहुत आसान है. मगर लोगों की समस्याओं को हल करना ही असली बात है.
उन्होंने कहा ‘‘जमीन पर सच्चाई बिल्कुल अलग है. जब आप लोगों से मिलेंगे, लोगों से बातचीत करेंगे तो उससे दूसरा संदेश निकलता है. वह संदेश मैंने ना तो कभी प्रधानमंत्री जी और ना ही भाजपा के नेताओं द्वारा ग्रहण करते हुए देखा. प्रधानमंत्री अपने ही क्षेत्र में एक भी गांव में नहीं गए, किसी से यह नहीं पूछा कि आपकी क्या समस्याएं हैं. ’’ उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियां जनविरोधी, युवा विरोधी और किसान विरोधी रही हैं. यहां आवारा पशुओं की बहुत समस्या है. किसान रात—रात भर बैठकर फसल की चौकीदारी करते हैं. अब भी कई जगहों पर बिजली नहीं आती है.
प्रियंका शनिवार की रात अचानक संजय गांधी अस्पताल मुंशीगंज के गेस्ट हाउस पहुंचीं. रात्रि विश्राम के बाद वह सुबह 8 बजे बिना किसी घोषित कार्यक्रम के क्षेत्र में निकल गईं. प्रियंका अमेठी के गांवों में घूम—घूम कर अपने भाई कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का प्रचार कर रही हैं.