Locust Attack: राजस्थान में थम नहीं रहा है टिड्डी दल का आतंक, फसलों को भारी नुकसान, टिड्डियों को नियंत्रित करने की कवायद जारी

देश के कई राज्यों में टिड्डियों के आंतक की खबरें सामने आ चुकी हैं, लेकिन राजस्थान में टिड्डियों का आतंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. राजस्थान के बाड़मेर जिले में टिड्डियों का विशाल झुंड लगातार फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है, जिससे जिले के किसानों की परेशानी काफी बढ़ गई है. हालांकि प्रशासन की ओर से टिड्डियों से छुटकारा पाने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं.

टिड्डी दल का आतंक (Photo Credits: ANI)

Locusts Attack: देश के कई राज्यों में टिड्डियों के आंतक (Tiddi Attack) की खबरें सामने आ चुकी हैं, लेकिन राजस्थान (Rajasthan) में टिड्डियों (Locusts) का आतंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. राजस्थान के बाड़मेर जिले (Barmer District) में टिड्डियों का विशाल झुंड (Swarms of Locusts) लगातार फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है, जिससे जिले के किसानों की परेशानी काफी बढ़ गई है. हालांकि प्रशासन की ओर से टिड्डियों से छुटकारा पाने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. बाड़मेर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा (Vishram Meena) का कहना है कि टिड्डियों का झुंड फसलों को काफी नुकसान पहुंचा रहा है. ये टिड्डे दिखने में गुलाबी रंग के होते हैं और ये काफी तेजी से उड़ सकते हैं.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिले में टिड्डियों के आंतक को नियंत्रित करने में 50 से 60 फीसदी तक कामयाबी मिली है और टिड्डियों के हमले को रोकने के लिए प्रशासन की तरह से पूरी कोशिश की जा रही है. बता दें कि टिड्डी दल लाखों-करोड़ों की संख्या में आते हैं और एक ही रात में सब फसल को चट कर जाते है. एक वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करने वाला टिड्डियों का झुंड एक दिन में 35,000 लोगों का भोजन खा सकता है. यह भी पढ़ें: Locust Attack: देश में ऐसे होता है टिड्डी दल का हमला, 24 घंटे में 35 हजार लोगों का भोजन कर सकते है चट

देखें ट्वीट-

गौरतलब है कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में तबाही मचाने के बाद टिड्डियों का दल भारत के निकटवर्ती राज्यों का रूख करता है. हर साल पाकिस्तान से भारत में टिड्डियों की घुसपैठ के कई मामले सामने आते हैं. हजारों लाखों टिड्डियों का झुंड भारत में घुसपैठ करके सीमावर्ती क्षेत्रों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचाते हैं. ये राजस्थान में आनी वाली रेगिस्तानी तूफान या हवा के मदद से फैलते हैं.

Share Now

\